नगर निगम द्वारा शहर को स्वच्छ बनाने के लिए हर मुमकिन कोशिश की जा रही है। कुछ समय पहले नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव के द्वारा एक मीटिंग ली गई थी। जिसमें उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को कहा था कि 30 जून से पहले वह शहर को स्वच्छ देखना चाहते हैं।
उसके लिए उन्होंने हर वार्ड में एक नोडल ऑफिसर की नियुक्ति भी की है। वार्ड की देखरेख व साफ-सफाई उस नोडल ऑफिसर की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा नगर निगम के द्वारा एक विज्ञापन जारी किया है।
जिसमें उन्होंने कहा है कि सर्वसाधारण को सूचित किया जाता है कि नगर निगम फरीदाबाद परिधि में किसी भी प्रकार के खाली प्लॉट में गंदगी जमा होना गैरकानूनी है।
इस कारण सभी प्रकार के प्लॉट धारकों से यह अनुरोध है कि वह अगले 4 सप्ताह में यह सुनिश्चित करें कि उनके खाली पड़े प्लॉट में किसी भी प्रकार की कोई गंदगी न हो और यदि गंदगी है तो उसको अपने स्तर पर साफ करवाएं।
यदि 4 सप्ताह बाद प्लॉट धारक के प्लॉट में भी प्रकार की गंदगी पाई गई जो निगम को आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार होगा। यदि कोई प्लाट धारक स्वयं अपने प्लॉट में सफाई कराने में असमर्थ है। तो वह नगर निगम के पास इसका शुल्क जमा कराकर निगम से यहां सफाई करवा सकता है।
इसके अलावा खाली प्लॉटों में निर्माण एवं विध्वंसक अपशिष्ट का प्रयोग बिल्कुल ना करें। सरकारी अथवा गैर सरकारी दोनों प्रकार की संपत्तियों के लिए यह सूचना लागू है। यह विज्ञापन नगर निगम फरीदाबाद आयुक्त के द्वारा एक दैनिक नेशनल अखबार में प्रकाशित किया गया है।
जिसके अनुसार आने वाले 4 सप्ताह में जिले के जितने भी खाली पड़े प्लॉट है। उनकी सफाई का जिम्मा प्लॉट मालिक का है। अगर प्लॉट मालिक सफाई नहीं करवाता है तो नगर निगम के द्वारा कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम 30 जून तक शहर को स्वच्छ बनाने के लिए किया जा रहा है। इसके लिए हर वार्ड के नोडल अधिकारी को भी निर्देश दिए जा चुके हैं।