इस समय हम लॉकडाउन के चौथे चरण में चल रहे है लोगो की गतिविधिया पहले से ज्यादा होने लगी है यह भी मुख्य कारण हैं की फरीदाबाद में लगातार केसों में बढ़ोत्तरी होती जा रही हैं,।फरीदाबाद में जिला प्रशासन द्वारा दी गई ढील का नतीजा हैं फरीदाबाद में इतने सारे केस आये है
वही कोरोना वायरस फरीदाबाद के लिये मुसीबत बनता जा रहा हैं लोग इसकी चपेट में ज्यादा आ गए हैं मंगलवार को 23 नए केस सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई और वही कोरोना आकड़ो में उछाल आया गया साथ ही संख्या 234 पर पहुँच गई ।
बुधवार को 1 और नया केस सामने आया और 235 केस फरीदाबाद में हो गए है । इन बढ़ते केसों ने फरीदाबाद को रेड जॉन में शामिल कर दिया हैं
आज के हेल्थ बुलिटीन के अनुसार अब तक 10147 यात्रियों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है, जिनमें से 3472 लोगों का निगरानी में रखने का 28 दिन का पीरियड पूरा हो चुका है। शेष 6668 लोग अंडर सर्विलांस हैं।
कुल सर्विलांस में रखे गए लोगों में से 9912 होम आइसोलेशन पर हैं। अब तक 10066 लोगों के सैंपल लैब में भेजे गए थे, जिनमें से 9287 की नेगेटिव रिपोर्ट मिली है तथा 544 की रिपोर्ट आनी शेष है।
अब तक 235 लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 98 लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया है तथा 11 पॉजिटिव मरीजों को घर पर आइसोलेट किया गया है। इसी प्रकार ठीक होने के बाद 123 मरीजों को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
अब तक सात मरीजों की मौत हो चुकी है जिसमें कोरोना के साथ-साथ अन्य विभिन्न बीमारियां भी कारण रही।
उन्होंने बताया कि सभी मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है।
इसी प्रकार पर्यावरण स्वच्छता और शुद्धीकरण के बारे में सरकारी व निजी विभागों के कर्मचारियों को दैनिक आधार पर प्रशिक्षण दिया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण की पृष्ठभूमि को देखते हुए आम जनता को सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधी हिदायतों की अनुपालना करने की सलाह दी जाती है।
लोगो को ध्यान रखना चाहिए कि खाँसी व छींकते समय रूमाल या तौलिया का उपयोग अवश्य करें, हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोते रहें। जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। सार्वजनिक स्थलों व सभाओं में जाने से बचें।
जिन लोगों ने हाल ही में कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा की है, उन्हें राष्ट्रीय, राज्य या जिला हेल्पलाइन नंबरों पर सूचना देनी चाहिए, उन्हें भारत में आगमन की तारीख से 28 दिनों के लिए सभी से अलग रहना है और किसी से भी स्पर्श करने से बचना है, भले ही उसमें कोई लक्षण न हों।