कोरोना महामारी के बीच जैसे ही लॉक डाउन की घोषणा हुई तो सबसे बड़ी समस्या मजदूरों के सामने आकर खड़ी हुई। जहां एक तरफ रोजाना कमा कर खाने वाले प्रवासी मजदूर अपने रोजगार से दूर हो चुके थे वहीं उनके सामने वापिस से अपने गांव लौटने के भी सारे रास्ते बन्द हो चुके थे।
जिस कारण लॉक डाउन के शुरुआती दिनों में ही देश भर के लाखों प्रवासी मजदूरों ने पैदल पलायन करना शुरू किया और इस कारण देश भर में एक राज्य से दूसरे राज्य तक पलायन कर रहे प्रवासी मजदूरों के साथ हुई कई दुखद घटनाएं भी सामने आई। जिनमे दुर्घटना का शिकार हुए कई प्रवासी मजदूरों ने अपनी जान भी गवाई।
प्रवासी मजदूरों के पलायन करने की ये समस्या इतनी गंभीर है कि बीते 2 महीनों के लॉक डाउन के दौरान लगातार प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है। इस बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद इन प्रवासी मजदूरों के लिए मशिहा बनकर उभरे है।
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद द्वारा प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए बसें शुरू कराईं गई है एवं खाने पीने की अन्य सुविधाएं भी समय समय पर सोनू द्वारा प्रवासी मजदूरों को मुहैया कराई जा रही है।
सोनू सूद के इस कदम की सोशल मीडिया पर इन दिनों जमकर सरहना की जा रही है, सोनू सूद इस दौरान सोशल मीडिया पर काफी ज्यादा एक्टिव है और सोशल मीडिया पर प्राप्त हो रही मजदूरों कि शिकायतों का समाधान करने का हर संभव प्रयास कर रहे है।
इसके अतिरिक्त भी सोनू सूद को कई मजाकिया ट्वीट में टैग कर उनसे अजीबो गरीब मदद मांगी जा रही है वहीं कुछ लोग सोनू सूद को रियल लाइफ में भी हीरो बता रहे है और उनके द्वारा इस संकट काल में किए जा रहे कार्यों को मानवता हित में अति योगदान पूर्ण बता रहे है।
सोनू सूद सभी जरूरी ट्वीट्स का रिप्लाई देने के साथ साथ अन्य सवालों के जवाब भी लोगों को दे रहे है जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहे है। इसी के चलते जब एक यूजर ने ट्वीट करते हुए सोनू से कहा की, “जब सब ठीक हो जाएगा, उसके बाद आपको संडे शूट से छुट्टी लेनी पड़ेगी। लोग आपसे मिलने जाएंगे और पूछेंगे कि सोनू सूद का घर कहां है।
साथ ही उस ट्वीट में सोनू सूद अगला अमिताभ बच्चन भी यूजर ने बता दिया.” यूजर के इस ट्वीट का सोनू सूद ने भी जबरदस्त जवाब दिया और लिखा की ” वो क्यों मेरे घर आएंगे दोस्त. मैं उन सबके घर जाऊंगा. बहुत सारे आलू के परांठे, पान और चाय उधार है मेरे भाइयों पर.”
बता दें कि सोनू सूद मजदूरों के मदद के लिए एक फरिश्ता बनकर सामने आए है और अभी तक सोनू हजारों प्रवासियों को उनके घर पहुंचाने के लिए कई बसों का इंतजाम करवा चुके हैं। इसके अतिरिक्त भी सोनू द्वारा पंजाब प्रांत में डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की मदद के लिए करीब 1500 पीपीई किट्स उन्हें प्रदान कराई जा चुकी है।