काफी बार ऐसा होता है कि जब कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी किसी वाहन चालक को चालान के लिए रोकता है तो काफी नोकझोंक उनके बीच हो जाती है। लेकिन अब चालान के दौरान वाहन चालकों पर केवल ट्रैफिक अधिकारी ही नहीं बल्कि तीसरी आंख भी नजर रखेगी। एसीपी ट्रैफिक वन ने ट्रैफिक विभाग के सभी जोनल अधिकारियों को अपनी वर्दी के साथ बॉडी वॉर्न कैमरे लगाने के निर्देश दिए हैं।
ट्रैफिक पुलिस यदि किसी वाहन को रोकती है तो काफी बार वाहन चालक चालान से बचने के लिए वाहन को भगा लेता है। इस से दुर्घटना भी हो सकती है। फरीदाबाद में अब सभी अधिकारियों को ड्यूटी के दौरान सिर पर कैप लगाना, रात के समय में रिफ्लेक्टर वाली जैकेट पहनना, लोगों से शिष्टाचार व विनम्रता से बात करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
ऐसा देखने को मिलता रहता है कि जनता पुलिस वालों के उपर आरोप लगाती है कि उन्होंने लहज़े में बात नहीं की। इसी को ध्यान में रखते हुए अब नए आदेश दिए गए हैं। पुलिस आयुक्त ने इस बात के सख्त निर्देश दिए हैं कि आम लोगों के साथ पुलिस के व्यवहार को लेकर कोई शिकायत न मिले। इसके लिए हाईवे स्थित ट्रैफिक कार्यालय में ट्रैफिक निरीक्षक एनआईटी, बल्लभगढ़, सेंट्रल व जिले के सभी जोनल अधिकारियों की एक बैठक ली गई है।
ट्रैफिक पुलिसकर्मी हो या पुलिसकर्मी आम लोगों पर गरीब लोगों पर यह धौंस दिखाने के लिए बेअदबी से बात करते हैं। लेकिन अब उन्हें सख्त निर्देश दिए गए कि लोगों से पुलिस के व्यवहार को लेकर कोई शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। सुरक्षा की दृष्टि से रात के समय सभी ट्रैफिक कर्मियों को रिफ्लेक्टर जैकेट पहनने के निर्देश दिए गए हैं।
बॉडी वार्न कैमरे अब हो सकता है जनता और ट्रैफिक पुलिस की नोकझोंक कम करेंगें। अक्सर देखने में आता है कि चालान के दौरान ट्रैफिक कर्मी व वाहन चालक की चालान को लेकर बहस हो जाती है। इस कारण वाहन चालक पुलिसकर्मियों की शिकायत करते हैं।