स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के तहत केंद्र की टीम शनिवार को शहर का दौरा किया वही सर्वेक्षण के बावजूद भी शहर भर से कचरे के खत्तें नहीं हटाए गए हैं। जिले भर में जगह जगह कूड़े के ढेर को देखा जा सकता है विशेष तौर पर एनआईटी क्षेत्रों में।
दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के तहत जिलेभर को साफ करने के लिए नगर निगम व निगमायुक्त काफी प्रयासरत है वही लगभग दो से तीन महीनों से शहर भर को साफ करने की कोशिश की जा रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही केंद्र की टीम शहर का दौरा कर सकती है परंतु अभी तक जिलेभर से कचरे के खत्तों का निपटारा नहीं हो पाया है।
शहर भर में अलग-अलग जगहों पर कूड़े के ढेर को देखा जा सकता है। बाटा फ्लाईओवर से हार्डवेयर की ओर जाने वाली सड़क के एक किनारे कूड़े का ढेर लगा हुआ है वही एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला 60 फुट वाली सड़क पर भी जगह-जगह कूड़े के ढेर को देखा जा सकता है।
गौरतलब है कि निगमायुक्त यशपाल यादव ने जिले भर से कचरे के खत्तों को हटाने का निर्देश जारी किया था। निर्देश के अनुसार शहर भर से कचरे के खत्तों को हटाया भी गया था परंतु एक बार फिर से शहर भर में कूड़े के ढेर देखे जा सकते हैं। चौक चौराहों पर लोगों ने खुले में ही कचरा डालना शुरू कर दिया है जिस पर आवारा जानवर अपना खाना ढूंढते हुए नजर आते हैं।
आपको बता दें कि शहर भर से कचरा उठाने का काम इको ग्रीन कंपनी का है। इकोग्रीन की गाड़ियां अलग-अलग वार्डों में जाकर कचरे का निपटारा करती है परंतु इकोग्रीन की कार्यप्रणाली से निगम के साथ-साथ आमजन भी संतुष्ट नहीं है।
पार्षदों का कहना है कि इकोग्रीन की गाड़ियां नियमित तौर पर कचरा इकट्ठा करने नहीं आती जिसकी वजह से लोग खुले में ही कचरा डालना शुरू कर देते हैं।