मंडिय़ां सरकार की रीढ़ हैं इनके बगैर खरीद सिस्टम की कल्पना भी नहीं की जा सकती

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प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हरियाणा में न तो मंडिय़ां बंद होंगी और न ही एमएसपी पर खरीद खत्म की जाएगी। मंड़ी सरकार की रीढ़ हैं और इनके बिना किसी भी तरह के फसल खरीद सिस्टम की कल्पना भी नहीं की जा सकती।

उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला रविवार को जिला के गांव नरियाला में जजपा जिलाध्यक्ष अरविंद भारद्वाज द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह के दौरान बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

मंडिय़ां सरकार की रीढ़ हैं इनके बगैर खरीद सिस्टम की कल्पना भी नहीं की जा सकती


कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष गेहूं के सीजन में पूरे प्रदेश में एक-एक दाना खरीदा गया। किसान की फसल के पैसे पहले आढ़तियों के खाते में आते थे लेकिन आढ़तियों से बातचीत कर फसल का पैसा सीधा किसानों के खाते में भेजा गया।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गेहूं की सीजन में 23 प्रतिशत किसानों ने सीधे खाते में पैसे लिए और धान की सीजन में 67 प्रतिशत किसानों ने सीधे खाते में पैसे लिए। इस बार 78 प्रतिशत किसानों ने खुद अपने खाते अपलोड किए हैं। उन्होंने कहा कि इस बार किसान जैसे ही मंडी में गेहूं व दूसरी फसल लेकर आएगा और फार्म-जे कटेगा उसके 48 घंटे के अंदर ही फसल के पैसे सीधे किसान के खाते में पहुंच जाएंगे।

मंडिय़ां सरकार की रीढ़ हैं इनके बगैर खरीद सिस्टम की कल्पना भी नहीं की जा सकती

उन्होंने कहा कि कुछ लोग भ्रम फैला रहे हैं कि मंडियां खत्म हो जाएंगी लेकिन मंडियां सरकार की खरीद की रीढ़ हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में 450 खरीद केंद्र थे और पिछले वर्ष कोरोना को देखते हुए इनकी संक्चया हमने 1800 तक बढ़ाई। किसानों की सुविधा को देखते हुए उनके घर के नजदीक ही खरीद केंद्र स्थापित किया।

उन्होंने कहा सरकार किसानों को हर तरह की सुविधा के लिए पूरी तरह से कृतसंकल्प है और जरूरत पड़ी तो किसान के खेत से भी खरीद करवा सकते हैं। सरसों खरीद के संबंध में किसानों को जानकारी देते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आज प्रदेश में एमएसपी से ज्यादा दामों पर व्यापारी सरसों की खरीद कर रहे हैं

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और यह रेस कृषि क्षेत्र के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस बार सरकार जौ की भी सरकारी खरीद करेगी। सरकार को पूरी तरह किसान हितैषी बताते हुए उन्होंने कहा कि आज हम किसान व कृषि को पहले से ज्यादा मजबूत कर आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज स्वयं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में 13 सौ करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं को प्रदेश के लोगों को समर्पित किया है।


प्रदेश की सडक़ों के विकास को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण सडक़ योजनाओं के तहत प्रदेश में दो हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। अधिकतर मंडियों को जोडऩे वाली सडक़ें बनवाई गई हैं। उन्होंने फरीदाबाद के लोगों से कहा कि केजीपी यहां के लिए वरदान साबित होगा और पंचग्राम योजना का फायदा यहां के लोगों को सबसे ज्यादा मिलेगा।

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यहां दूसरे उद्योगों के साथ-साथ बड़ी-बड़ी आईटी कंपनियां भी आएंगी। उन्होंने कहा कि जेवर एयरपोर्ट को भी तीन फ्लाईओवर के साथ फरीदाबाद से जोड़ा जाएगा जो यहां के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
प्रदेश के युवाओं को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार मेरा अधिकार कानून लाने की बात जब हमने की थी तो लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।

उन्होंने कहा कि आज निजी उद्योगों में भी 75 प्रतिशत रोजगार प्रदेश के युवाओं को देने का कानून हमने बनाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को ताकत देना हमारा लक्ष्य है और हम इसे पूरा भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों को स्वतंत्रता देकर सशञ्चत किया गया है।

मंडिय़ां सरकार की रीढ़ हैं इनके बगैर खरीद सिस्टम की कल्पना भी नहीं की जा सकती

जिला परिषदों को पहले जहां एक से डेढ़ करोड़ रुपये मिलते थे वहीं इस बार फरीदाबाद जैसे कम गांवों वाले जिला को 25 करोड़ रुपये मिले हैं। वर्तमान सरकार द्वारा ग्रामीण अंचल को मजबूत करने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि आज हम महिलाओं के लिए पंचायतों में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी लेकर आए हैं।


इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक अरविंद भारद्वाज, जजपा नेता हर्ष कुमार, अन्नंत राम तंवर, राष्ट्रीय सचिव जजपा ठाकुर राजा राम, जजपा ग्रामीण जिलाध्यक्ष तेजपाल डागर, प्रेम सिंह धनखड़, जगी मैंबर, नरियाला के सरपंच योगेश शर्मा, नलिन चौधरी, प्रदीप चौधरी, रविंद्र पाराशर, सचिन कौशिक, नेपाल खूटेला, सुनील बिंडे सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।