तिकोना पार्क स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों को जान का खतरा

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कोरोना काल के कारण काफी लंबे अरसे से बंद पड़े स्कूलों को धीरे धीरे खोला जा रहा है व बच्चो की पढ़ाई पर ध्यान दिया जा रहा है। ऐसे में तिकोना पार्क के सीनियर सेकेंडरी स्कूल में भी बाकी स्कूलों की तरह छात्रों को बुलाया जाने लगा है। परंतु इस स्कूल की बिल्डिंग इतनी बदहाल हो चुकी है

कि स्कूल की एक क्लास की छत का प्लास्टर गिर पड़ा। रात का समय होने के कारण किसी छात्र व शिक्षक को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। लेकिन क्लास की छत गिरने की वजह से फिजिक्स व बायोलॉजी लैब में बच्चों की क्लास लगाई जा रही है।

तिकोना पार्क स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों को जान का खतरा


तिकोना पार्क स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल में लगभग 800 विद्यार्थी हैं और 22 कमरे हैं। वर्ष 2012 में यहां के 17 कमरों को कंडम घोषित किया गया था। स्कूल के कुल 22 कमरों में से कुछ मैं प्रिंसिपल रूम, लैब, क्लर्क रूम हैं व कुछ कमरों में अन्य काम हो रहे हैं।

कमरों की कमी के चलते छात्रों को तीन खस्ताहाल कक्षाओं में बैठा जा रहा था। जिनमें से रात के समय एक कमरे का प्लास्टर गिरने के बाद स्कूल के प्रिंसिपल धीरज कुमार ने तीनों कमरों के ताले लगा दिए हैं।

तिकोना पार्क स्थित सीनियर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों को जान का खतरा

एक लंबे अरसे से स्कूल बंद पड़े रहने के कारण इन पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया। जिसका परिणाम सामने है कि क्लास छत का प्लास्टर गिर गया। स्कूल के बंद होने से न केवल बच्चों की पढ़ाई का नुकसान हुआ बल्कि स्कूलों की बिल्डिंग्स को भी नुकसान हो रहे हैं। स्कूल खुले होने पर समय-समय पर हिंदी कमियों को दूर किया जाता है।

विष्णु स्कूल परिसर में अन्य किसी की भी कोई गलती नजर नहीं आ रही। स्कूल की जल्द ही मरम्मत की जानी चाहिए ताकि बच्चों को पढ़ाई का और नुकसान न उठाना पड़े। स्कूल के प्रिंसिपल धीरज कुमार ने जिला शिक्षा अधिकारी ऋतु चौधरी से बिल्डिंग के निर्माण की मांग की है।