पुलिसगिरी : क्यों रख रहे हैं पुलिस लोगों के मोबाइल जानिए क्या है पूरा मामला

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जब भी हम पुलिस की बात करते हैं तो लोगों के जहन में या लोगों के दिमाग में एक ही तस्वीर बन के आती है कि पुलिस ने आज तो किसी का कोई चालान काट दिया हुआ। लेकिन पुलिस के द्वारा एक गांधीगिरी की मुहिम चलाई गई है। जिसमें वह लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि मास्क लगाना कितना जरूरी है।

जिले कि पुलिस को आदेश दिए गए हैं कि सड़कों पर जो भी व्यक्ति मास्क के बिना घूमता हुआ नजर आता है वह उनके चालान को काट सकती है। लेकिन पुलिस के द्वारा ऐसा नहीं किया जा रहा है। जहां एक और पुलिस लोगों को जागरूक करके मास्क को बांट रही है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने एक नया तरीका अपनाया है। लोगों को मास्क पहनने का।

पुलिसगिरी : क्यों रख रहे हैं पुलिस लोगों के मोबाइल जानिए क्या है पूरा मामला

जी हां हम बात कर रहे हैं फरीदाबाद जिले की पुलिस की। उनके द्वारा एक नया तरीका अपनाया है। लोगों को जागरूक करने के लिए।  कुछ दिन पहले एक व्यक्ति सेक्टर 21a स्थित एशियन हॉस्पिटल में ब्लड डोनेट करने के लिए जा रहे थे।

जैसे ही वह नीलम चौक पर पहुंचा। वहां पर मौजूद पुलिस कर्मियों के द्वारा उसको रोक लिया गया। उस व्यक्ति ने मास्क नहीं लगा रखा था इसीलिए उस व्यक्ति को पुलिसकर्मी के द्वारा रोका गया। लेकिन पुलिस के द्वारा उसका चालान नहीं किया गया है, पुलिस ने उस व्यक्ति का फोन अपने पास रख लिया और कहा कि पहले घर जाकर मास्क लगाकर आओ और अपना फोन ले जाना।

पुलिसगिरी : क्यों रख रहे हैं पुलिस लोगों के मोबाइल जानिए क्या है पूरा मामला

कुछ समय के बाद यह व्यक्ति घर पर जाकर मास्क लगाकर वापस उन्हीं पुलिसकर्मियों के पास आया और उन पुलिसकर्मियों ने उसको कहा कि अब अपना फोन ले जाओ। फोन ले जाने के बाद उस व्यक्ति ने एशियन हॉस्पिटल में जाकर ब्लड डोनेट करके आया। यह मुहिम फरीदाबाद पुलिस के द्वारा चलाई जा रही है।

जो कि सुनने में तो बहुत ही अजीब लगता है लेकिन यह सच्चाई है। पुलिस जहां एक और चालान काट रही है और मास्क भी बांट रही है। वहीं दूसरी और यह तरीका भी अपना रही है। लोगों को जागरूक करने के लिए इस मुहिम के तहत कुछ लोगों को आपत्ति होती है।

पुलिसगिरी : क्यों रख रहे हैं पुलिस लोगों के मोबाइल जानिए क्या है पूरा मामला

लेकिन उनको यह नहीं पता कि मास्क और 2 गज की दूरी अगर वह नहीं अपनाते हैं, तो आने वाले समय में उनको एक ऐसी बीमारी से जोड़ना पड़ेगा। जिससे उनको तो परेशानी होगी साथ ही उनके आसपास या फिर यू कहे परिजनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए पुलिस प्रशासन के द्वारा यह गांधीगिरी की मुहिम चलाई गई है।