आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना ने शहीदी दिवस के मौके पर एन.एच.5 स्थित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चन्द्रशेखर आजाद सभी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
एन.एच.5 स्थित गोलचक्कर पर शहीद भगत ङ्क्षसह की प्रतिमा की दुर्दशा देख एवं पार्क की हालत देख भड़ाना बिफर गए और उन्होंने भाजपा सरकार एवं जिला प्रशासन की कार्यशैली पर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार को न तो देश के शहीदों से कोई सरोकार है,
न किसानों से, न मजदूरों और न ही आम आदमी से। भाजपा के मंत्री, विधायक एवं नेता पूरी तरह से भ्रष्टाचार में लिप्त, इनको अपनी जेब भरने से ही फुरसत नहीं मिल रही। जिन वीर सपूतों ने देश की आजादी के लिए अपनी कुर्बानियां दी, आज उनकी प्रतिमाओं की भी बुरी दुर्दशा है।
प्रधानमंत्री मोदी का स्वच्छता अभियान भाजपा के विधायक, मंत्री एवं नेताओं के घरों तक ही सिमटकर रह गया है। शहर के हालातें से उनको कोई सरोकार नहीं है। बडख़ल विधानसभा क्षेत्र की विधायिका एवं जिला प्रशासन पर तंज कसते हुए भड़ाना ने कहा कि अगर शहीदों की प्रतिमाओं एवं पार्कों का जीर्णोद्धार उनके बस की बात नहीं, तो इनको आम आदमी पार्टी को सौंप दें,
हम 15 दिन में शहीदों की प्रतिमाओं का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरण कर देंगे। आज जिस प्रकार से शहीद प्रतिमाओं की दयनीय हालत है, पार्कों में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं, देखकर रोना आता है। क्या हम उन वीर शहीदों को इतना मान-सम्मान भी नहीं दे सकते, जिनकी वजह से आज हम खुले में सांस लेने को मजबूर हैं।
धर्मबीर भड़ाना ने बताया कि देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारी भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को आज ही के दिन 23 मार्च 1931 को फांसी पर चढ़ाया गया था और इन तीन देशभक्तों ने हंसते-हंसते शहादत को गले लगा लिया था। भगत सिंह,
राजगुरु और सुखदेव की याद में ही हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है। भगत सिंह कहते थे कि आमतौर पर लोग जैसे जीते हैं, वे उसी के आदी हो जाते हैं। वे बदलाव में विश्वास नहीं रखते और महज उसका विचार आने से ही कांपने लगते हैं। ऐसे में यदि हमें कुछ करना है तो निष्क्रियता की भावना को बदलना होगा,
हमें क्रांतिकारी भावना अपनानी होगी। उनके साथ इस मौके पर जिला संगठन मंत्री विनोद भाटी, जिला सचिव भीम यादव, जिला उपाध्यक्ष रघबर दयाल, नरेन्द्र सरोहा, बडख़ल विधानसभा अध्यक्ष तेजवंत सिंह बिट्टू, संतोष यादव, वेद प्रकाश यादव, वीणा वशिष्ठ, राजकुमार, शैलेन्द्र शर्मा, विजय गोदारा, हरजिंदर मेंहदीरत्ता, अमरनाथ भारती, मनोहर विरमानी, इंद्रा सिंह, के एल बंसल एवं जोगिन्दर चंदीला आदि मौजूद थे।