पुलिस के हाथ केवल चालान काटने के लिए नही उठते बल्कि मदद के लिये भी उठते है

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पुलिस का हर रोज हमें एक नया रूप ही देखने को मिलता है चाहे वह कोविद में मास्क बांटने का हो या शहर के लोगों को जाम मुक्त की सुविधा तुरंत से तुरंत मुहैया कराने की हो। बुधवार को गुड ईयर चौक पर हर रोज की तरह ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए ट्रैफिक थाना से पुलिस कर्मी मौजूद थे।

लेकिन उसी दौरान वहां पर एक स्कूल की बस अचानक से खराब हो गई थी। जिसकी वजह से नेशनल हाईवे पर जाम की व्यवस्था बन गई। काफी देर बस चालक के द्वारा बस को चलाने के लिए मशक्कत की गई। लेकिन उसके बावजूद भी बस नहीं चली।

पुलिस के हाथ केवल चालान काटने के लिए नही उठते बल्कि मदद के लिये भी उठते है

जिसके बाद वहां मौजूद सब इंस्पेक्टर बिजेंदर, हेड कांस्टेबल चतुर्भुज, होमगार्ड सुमित, होमगार्ड रतन और होमगार्ड जगबीर के द्वारा उस बस को धक्का लगा कर सड़क से ओर किया गया। जिसके बाद नेशनल हाईवे पर लगा जाम क्लियर हो गया।

पुलिस के हाथ केवल चालान काटने के लिए नही उठते बल्कि मदद के लिये भी उठते है

पुलिस ने इस कार्य को करने के लिए किसी से कोई मदद नहीं मांगी। सभी पुलिसकर्मी अपने आप ही आगे आकर बस को साइड करने में सहायता करने लगे। सब इंस्पेक्टर बिजेंदर ने बताया कि उनकी ड्यूटी ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए गुड ईयर चौक पर लगाई हुई है। बुधवार को अचानक से एक प्राइवेट स्कूल की बस खराब होने की वजह से जाम लगने लग गया।

पुलिस के हाथ केवल चालान काटने के लिए नही उठते बल्कि मदद के लिये भी उठते है

जिसके बाद चालक को बस को साइड करने में काफी परेशानी हो रही थी। इसलिए उनकी टीम के द्वारा समय रहते बस को साइड किया गया और जाम को खुलवा दिया गया।

पुलिस के हाथ केवल चालान काटने के लिए नही उठते बल्कि मदद के लिये भी उठते है

उन्होंने बताया कि लोगों को हमेशा यह लगता है कि पुलिस चालान काटने में भी सतर्कता दिखाती है। लेकिन ऐसा नहीं है पुलिस हमेशा लोगों की सहायता के लिए भी सजग रहती है। चाहे वह ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाना हो या महामारी से लोगों को बचाने के लिए मास्क को बांटना हो।