पूर्वी चावला कॉलोनी में इन दिनो बंदरों का आतंक मचा हुआ है जिससे लोग परेशान हैं। बुजुर्गों, महिलाओं व बच्चों में बंदरों की वजह से डर देखने को मिल रहा है।
दरअसल, चावला कॉलोनी में बंदरों की संख्या अधिक होने के कारण वह छत पर आ जाते हैं। आलम यह है कि लोगों ने अपनी छत पर आना ही छोड़ दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बंदर घर की छतों में दरवाजों पर बैठे रहते हैं। कभी-कभी तो घर में घुसकर तोड़फोड़ कर देते हैं वही फ्रिज में रखे सामान को भी बिखेर देते हैं। उन्होंने बताया कि बंदरों की समस्या की शिकायत कई बार अधिकारियों को की जा चुकी है परंतु कोई कार्यवाही नहीं होती है। बंदरों के आतंक की वजह से बच्चे, बुजुर्ग व महिलाएं खौफ के माहौल में रहने को मजबूर है।
वही चावला कॉलोनी के एक निवासी ने बताया कि बंदरों को भगाने की कोशिश करते हैं तो दर्जनों बंदर एकत्र हो जाते हैं। घर की छत के अलावा घर के अंदर भी घुस जाते हैं।
आपको बता दें कि नगर निगम के कैप्चरिंग विभाग द्वारा आवारा जानवरों को पकड़ने का काम किया जाता है। आवारा जानवरों में कुत्ते, बंदर व गोवंश शामिल है। शिकायत के आधार पर जानवरों को पकड़ा जाता है। नगर निगम का पशु पकड़ो वाहन जगह-जगह जाकर आवारा गोवंश व जानवरों को पकड़ने का काम करता है।
आपको बता दे कि नगर निगम के अंतर्गत आने वाले वार्डों में सीवर में पानी की समस्या होना आम है वही अब लोगों को आवारा जानवरों यह समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है। एक और स्थानीय निवासी ने बताया कि बंदरों की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हम लोगों ने घर से निकलना तो दूर अपने घरों की छत पर भी जाना छोड़ दिया है।
बल्लभगढ़ संयुक्त आयुक्त नवदीप ने बताया कि लोगों की तरफ से कोई शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर कार्यवाही की जाएगी। बंदरों को पकड़ने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे।