हरियाणा में अवैध कॉलोनियों का जाल लगातार बढ़ता जा रहा है। यह अवैध कॉलोनियां स्लम प्रकार भी काफी हैं। प्रदेश में इनके पीछे काफी जगहों पर कब्ज़ा हो रखा है। लेकिन अब प्रदेश के हिसार शहर की अवैध काॅलाेनियाें में वर्षाें से सुविधाओं के लिए तरस रहे लाेगाें के लिए अच्छी खबर है। बिना सीवरेज, बिना पानी व सड़काें के गांवाें से भी बदतर हालत में जीवन यापन कर रहे लाेगाें को जल्द ही मूलभूत सुविधाएं मिलने वाली है।
किसी भी जगह के लिए सीवर का कनेक्शन काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। इन कॉलोनियों में लंबे समय से इनकी ज़रूरत मेहसूस की जा रही थी। प्रदेश सरकार शायद अब इन काॅलाेनियाें काे वैध काॅलाेनी की श्रेणी में भी ला सकती है।
प्रदेश में अवैध कॉलोनियों का जाल बिछ गया है। सबसे अधिक अवैध रूप से बनी कॉलोनियां हिसार और फरीदाबाद में हैं। अवैध कॉलोनियों में सीवर के कनेक्शन न होने के कारण बरसात के दिनों में लोगों के घर सहित आसपास वाली गलियों में इतना पानी भर जाता है कि निकलना भी मुश्किल हो जाता है। जब लोग ड्यूटी पर जाते हैं ताे कपड़े भी खराब हो जाते हैं।
गत कुछ वर्षों में हरियाणा में काफी अवैध कॉलोनियों को वैध करार कर दिया गया है। सालों से रह रहे लोगों का स्थाई ठिकाना मिला है। आपको बता दें, हिसार नगर निगम के पास ऐसी 22 काॅलाेनियाें की लिस्ट है जाे अवैध है और ये कितना प्रतिशत डिवेलप हाे चुकी है। निगम अधिकारियाें ने पहले ही रिकाॅर्ड तैयार किया हुआ है। इन काॅलाेनियाें में अधिकतर काॅलाेनी ऐसी हैं जाे 50% से ज्यादा डिवेलप हाे चुकी हैं।
किसी भी जगह के लिए सीवर, पक्की सड़के, पानी की सुविधाएं काफी आवश्यक होती हैं। इन चीज़ों के सहारे लोग निरोग भी रह सकते हैं। हरियाणा सरकार के इस फैसले से काफी लोगों को राहत मिलेगी।