जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी भ्रष्टाचार व्याप्त होने लगा है। आए दिन ग्रामीण क्षेत्रों से भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला मुजेडी से सामने आया है जहां पूर्व सरपंच, बीडीपीओ, कांट्रेक्टर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
दरअसल, ग्राम पंचायत मुजेड़ी में भूतपूर्व सरपंच रानी व निलंबित ग्राम सचिव विजयपाल ने जनवरी 2020 से मई 2020 तक दो करोड़ 32 लाख रुपये की रकम बिना किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के निकाल ली थी। इस रकम से करवाए गए विकास कार्यों के सिविल वर्क की जांच कार्यकारी अभियंता पंचायती राज फरीदाबाद व इलेक्ट्रिकल वर्क्स की जांच उपमंडल अभियंता (विद्युत) पंचायती राज रोहतक से करवाई गई। इसमें करीब 92 लाख 40 हजार रुपये की गड़बड़ी पाई गई।
खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी पूजा शर्मा ने कुछ बिलों पर हस्ताक्षर किए थे। इस मामले में भूतपूर्व सरपंच रानी, निलंबित ग्राम सचिव विजयपाल, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी तिगांव पूजा शर्मा फरहान व सतगुरु इंटरप्राइजिज की मिली भगत पाई गई।
इसके अलावा शिव गंगा कांट्रैक्टर को 20 जनवरी 2019 से जून 2020 तक 60 लाख 44 हजार रुपये का भुगतान किया गया, जिसका कागजों में कहीं कोई जिक्र नहीं है। जांच में पाया गया कि शिव गंगा फर्म का मालिक ललित शर्मा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी पूजा शर्मा का सगा भाई है।
जिला उपायुक्त यशपाल यादव के द्वारा इस मामले के संबंध में शिकायत बल्लभगढ़ सदर थाने में दर्ज करवाई है। पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर कार्यवाही शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि बीते दिनों जिले में भ्रष्टाचार के मामलों में इजाफा देखने को मिला है। नगर निगम में भी बीते दिनों कई बड़े भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं वहीं अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी भ्रष्टाचार के मामले देखने को मिल रहे हैं।