रंगों का त्योहार होली आज पूरे देश भर में मनाई जा रही है। फाल्गुन शुक्ल पूर्णिमा को मनाया जाने वाला पर्व होली भारत में तीन दिनों तक मनाई जाती है। पहले दिन होलिका दहन, दूसरे दिन धुलेंड़ी यानी धूल या होलिका के राख की होली और तीसरे दिन रंगों की होली खेली जाती है।
कोरोना के चलते होली के रंग कुछ फीके पड़े है परंतु फिर भी जो लोग होली खेलने की योजना बना रहे है वह अपने सेहत और सेफ्टी का भी ध्यान रखें। सर्वोदय अस्पताल के चर्म रोग विशेषज्ञ आस्था गुप्ता ने सेफ होली खेलने के उपाय बताए।
सनस्क्रीन: घर से बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बिल्कुल न भूलें। होली के रंग त्वचा पर लगने से पहले अपने हाथ-पैरों के साथ अपने पूरे चेहरे पर अच्छी तरह से सनस्क्रीन लगा लें। त्वचा पर सनस्क्रीन घर से बाहर निकलने से आधा घंटे पहले लगाएं।
नेल पॉलिश का करें प्रयोग: होली के रंग से अपने खूबसूरत नाखूनों को सुरक्षित रखने के लिए उनमें नेल पॉलिश का इस्तेमाल जरूर करें। ऐसा करने से आपके नाखूनों पर रंग नहीं लगेगा।
होंठों की देखभाल-
होंठों की देखभाल करने के लिए उन पर वैसलीन लगाकर लिपस्टिक लगा लें। ऐसा करने से आपके होंठों पर होली का रंग नहीं चढ़ेगा।
चेहरे को रगड़ने से बचें-
चेहरे पर से लगे होली के रंग को छुड़ाने के लिए कभी भी अपने चेहरे को रगड़कर साफ न करें। चेहरे से रंग को निकालने के लिए साबुन या फेसवॉश का इस्तेमाल करते समय चेहरे को अधिक बिल्कुल न रगड़ें।
उबटन-
होली का रंग छुड़ाने के लिए कोशिश करें कि आप फेसवॉश या साबुन की जगह चेहरे पर किसी उबटन का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से आपकी त्वचा को नुकसान नहीं होगा।
डॉ आस्था गुप्ता ने बताया कि पक्के रंगों का इस्तेमाल न करे। यदि आप होली खेलना चाहते है तो फूलों की होली खेले। पक्के रंगों से स्किन पर काफी प्रभाव पड़ता है वही पक्के रंगों से 80 प्रतिशत स्किन पर नुकसान होगा और फूलों की होली से केवल 5 प्रतिशत नुकसान पहुंचेगा।
यदि आपको पक्का रंग लग गया है तो उसे मुलायम हाथों से हटाए। मुंह को ज्यादा रगड़ करना धोएं और धोने के बाद क्रीम और नारियल तेल का इस्तेमाल करें।