भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में एक समय ऐसा था, जब यहां सिखों की बड़ी आबादी हुआ करती थी। अब यहां गिनती के सिख और हिन्दू ही शेष हैं। प्रदेश के सिख पाकिस्तान में स्थित श्री साहिबान जाने को तरसते हैं। अब एसजीपीसी अध्यक्ष ने पाकिस्तान स्थित एतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान के दर्शन के लिए जाने वाले हरियाणा के सिखों की वीजा प्रकिया पूरी करवाने के लिए कुरुक्षेत्र में स्थित एसजीपीसी के सब-दफ्तर में केंद्र की स्थापना की है।
इस गुरुद्वारे के दर्शन करने के लिए प्रदेश के सिखों में हमेशा से आस्था जुड़ी रहती है। इस केंद्र ने से काम करना भी शुरू कर दिया है। हरियाणा के गठन के बाद यह पहली बार है कि एसजीपीसी ने वहां के सिखों को वीजा की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए किसी केंद्र की स्थापना की हो।
शिराेमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा उठाया गया यह कदम सिखों के हित का कदम इसे बताया जा रहा है। अब सिख पाकिस्तान जाने के लिए अपने पासपोर्ट इस केंद्र में जमा करवा सकेंगे। एसजीपीसी के अधिकारी हरियाणा के सिखों द्वारा जमा करवाए गए पासपोर्ट को दिल्ली स्थित पाकिस्तानी दूतावास में वीजा लगवाने का काम करेंगे।
प्रदेश समेत देश में ऐसे अनेकों सिख है जो अपने पवित्र धार्मिक स्थलों पर जो कि पाकिस्तान में स्थित हैं, यहां जाना चाहते हैं। शिराेमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की इस पहल से यह संभव हो सकता है। भारत-पाकिस्तान के बीच हुए समझौते के तहत गुरुधामों के दर्शनों के लिए पाकिस्तान चार जत्थे भेजे जाते हैं। पंजाब के श्रद्धालुओं के लिए एसजीपीसी के मुख्य दफ्तर में वीजा प्रक्रिया की सुविधा दी जाती है।
महामारी से पहले हर साल हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु पाकिस्तान जाया करते थे। अब महामारी पर काबू पाया जा रहा है। शिराेमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्वाधान से जून 2021 में श्री गुरु अर्जन देव जी के शहीदी पर्व व शेरे-ए-पंजाब महाराजा रंजीत सिंह की बरसी पर पाकिस्तान जत्थे भेजे जाएंगे। हरियाणा की संगत कुरुक्षेत्र स्थित इस दफ्तर में अपने पासपोर्ट जमा करवा सकते हैं।