फरीदाबाद के डॉक्टरों ने दावा किया है कि गुरुग्राम का स्वास्थ्य विभाग कोरोना के गंभीर मरीजों को हालत ज्यादा क्रिटिकल होने की स्थिति में उनके पास भेज रहा है जिस कारण उन्हें मरीज के इलाज के लिए तैयार हो पाने में समय नहीं मिल पा रहा है।
गुरुग्राम से गंभीर हालत वाले मरीजों को बिना फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग को पूर्व सूचना दिए ईएसआईसी रेफर किया जा रहा है, डॉक्टरों का कहना है वे मरीजों का इलाज करने से मना नहीं कर सकते क्यूंकि सभी मरीजों को ठीक करना उनका दायित्व है लेकिन इतने कम अंतराल में मरीज को सम्भाल पाना काफी कठिन हो जाता है।
डॉक्टरों ने कहा कि अब तक गुरुग्राम के स्वास्थ्य विभाग ने छह कोरोना मरीजों को फरीदाबाद भेजा है, जिनमें से पांच की हालत गंभीर है और इन गंभीर मामलों में चार गर्भवती महिलाएं भी शामिल है। ऐसे मामलों को संभालने के लिए मरीज की स्थिति की पूर्ण जानकारी होना अति आवश्यक है।
डॉक्टरों ने बताया की जब गुरुग्राम से गर्भवती महिलाओं को फरीदाबाद रेफर किया गया तो उनके पास उनकी स्थिति की पूरी जानकारी नहीं थी। डॉक्टरों ने कहा कि यदि हम पहले से अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञों और बाल रोग विशेषज्ञों की अपनी टीम को तैयार रखने में असफल होते तो नतीजे कुछ ओर भी हो सकते थे।
फरीदाबाद ईएसआईसी अस्पताल में वर्तमान में 100 से अधिक मरीजों का इलाज चल रहा है और ईएसआईसी अस्पताल फरीदाबाद में क्रिटिकल मरीजों को हैंडल करने वाला इकलौता अस्पताल है साथ ही आस पास के जिलों के मरीज में लगातार यहां रेफर किए जा रहे है।
ऐसे में ईएसआईसी के डॉक्टरों ने गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग को सलहा दी है कि किसी भी गंभीर मरीज को फरीदाबाद रेफर करने से पहले उसकी पूर्ण जानकारी एवं पूर्व सूचना फरीदाबाद स्वास्थ्य विभाग को अवश्य दे।