इस दुनिया में बहुत प्रकार के लोग हैं। एक ऐसा बाप भी है इस दुनिया में जिसने मासूम किशोरी की भिखारी बना दिया। पापा भीख मंगवाते हैं, मैं मना करती हूं तो जलती हुई सिगरेट मेरे सिगरेट में दागते हैं। मैं नरक से भी बदत्तर जिंदगी जी रही हूं। मुझे घर नहीं जाना, पढ़ाई करनी है, इसलिए मैं घर छोड़कर भाग आई, मुझे जेल में डाल दो, चाहे नरक में लेकिन मुझे घर नहीं जाना। यह शब्द रोते हुए एक 14 वर्षीय किशोरी ने कहे।
कोई इंसान कितना गिर सकता है, इसकी झलकियां सामने आती रहती हैं। बच्ची की काउंसलिंग के बाद सीडब्ल्यूसी चेयरपर्सन पदमा रानी ने बताया कि उन्हें गत 28 मार्च होली की रात करीब आठ बजे वार्ड 10 के पार्षद रविंद्र भाटिया से सूचना मिली थी कि करीब 14 वर्षीय मकान के बाहर बैठी हुई रो रही है।
एक पिता अपने बच्चों के लिए मेहनत कर उनकी इच्छा पूरी करता है। लेकिन इस बाप ने कलयुग का परिचय दे दिया। पुलिस जब बच्ची के पास पहुंची तो बच्ची से बातचीत करने का प्रयास किया लेकिन वह डरी थी, जिस वजह से वह बोल नहीं पाई। उन्होंने किशोरी का मेडिकल कराया और उसके बाद उझा रोड स्थित सृष्टि कल्याण समिति ओपन शेल्टर होम में भिजवा दिया।
इस निर्दयी बाप ने सभी हदें पार करदी। इस बाप ने अपनी बेटी को इस कदर प्रताड़ित किया कि वो उसके पास जाने की बजाय नरक में जाना पसंद कर रही है। किशोरी को काउसंलिग के लिए सीडब्ल्यूसी कार्यालय बुलाया गया। जहां पर किशोरी ने काउंसलिंग के दौरान बताया कि वह मूलरूप से बिहार की रहने वाली है। उसके चार भाई हैं। जिनसे भी पिता रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भीख मंगवाता है।
14 वर्ष उम्र ही क्या होती है। इस उम्र में इस कठोर बाप ने अपनी बिटिया को बीड़ी से जलाया। नशे का शौकीन बाप, बच्चों की भीख से नशे पूरे करता है। पुलिस को सख्त कार्यवाई करने की आवश्यकता है।