विश्व धरोहर कालका-शिमला रूट का रेल किराया 118 साल में पहली बार घटा, बढ़ेगी यात्रियों की संख्‍या

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    शिमला जाना किसको पसंद नहीं भला? हर भारतवासी शिमला की खूबसूरत वादियों में घूमना चाहता है। अब यहां पहुंचना सस्ता हो जाएगा। दरअसल, रेलवे की विश्व धरोहरों में शामिल कालका-शिमला रेल ट्रैक पर रोमांच पैदा करने वाला सफर जो कुछ दिन पहले महंगा हो गया था, अब सस्ता होने जा रहा है। रेलवे के 118 साल के इतिहास में यह पहली बार कि इस रूट का किराया घटाया जा रहा है।

    यह सफर इतना खूबसूरत होता है कि बार – बार यहां पर शख्स आना चाहे। अब 16 अप्रैल से किराये में करीब 30 फीसद की कटौती कर दी जाएगी। महामारी के दौरान स्पेशल ट्रेन नंबर 04515/16, 04527/28 और 04529/30 का दर्जा देकर ट्रेनों चलाया गया था और किराये में भी बढ़ोतरी कर दी गई थी।

    विश्व धरोहर कालका-शिमला रूट का रेल किराया 118 साल में पहली बार घटा, बढ़ेगी यात्रियों की संख्‍या

    किराया तो बढ़ गया लेकिन यात्रियों की संख्या घट गयी। बहरहाल अब यात्रियों की संख्या घटने लगी तो रेलवे ने किराये में कटौती का फैसला लिया है। सन 1903 में टॉय ट्रेन के जरिये इस ट्रैक पर ट्रेन दौड़ाई गई थी, जो 118 साल बाद भी जारी है। इस टॉय ट्रेन को यूनेस्को ने विश्व धरोहर के रूप में सूचीबद्ध किया है।

    विश्व धरोहर कालका-शिमला रूट का रेल किराया 118 साल में पहली बार घटा, बढ़ेगी यात्रियों की संख्‍या

    देश के हर कोने – कोने से इस ट्रेन का सफर लेने के लिए लोग पहुचंते हैं। आप में से हर एक शख्स कभी ना कभी कालका से शिमला तक टॉय ट्रेन का आनंद लिया होगा। आपको बता दें कि देश में पांच नैरो गेज रेलखंड हैं, रेल मंत्रालय ने उनके किराये की समीक्षा कर मंडल रेल प्रबंधक को इस में कटौती या बढ़ोतरी की शक्तियां प्रदान की हैं।

    विश्व धरोहर कालका-शिमला रूट का रेल किराया 118 साल में पहली बार घटा, बढ़ेगी यात्रियों की संख्‍या

    महामारी के कारण लगे लॉकडाउन का असर इस ट्रेन पर भी पड़ा था। अब स्थिति सामान्य हो रही है। लेकिन लोगों की बेपरवाही के कारण महामारी के मामलों में वृद्धि दर्ज की जा रही है।