प्रदेश में सड़क कनेक्टिविटी बेहतर होने का प्रयास सरकार निरंतर कर रही है। सड़कों की आवश्यकता सूबे के हर शहर और गांव में है। प्रदेश में सड़क तंत्र को और मजबूत करने व यातायात भीड़ को कम करने के लिए हरियाणा सरकार राज्य में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 688.94 किलोमीटर की कुल लंबाई की 83 सड़कों को अपग्रेड कर रही है, जिस पर कुल 383.58 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा रही है।
किसी भी देश या प्रदेश को सबसे बेहतर उसकी कनेक्टिविटी ही बनाती है। सड़कों के बन जाने से रास्ता आसान और सुगम हो जाता है। प्रदेश के हर गांव में इस योजन के तहत सड़कों का निर्माण किया जाएगा।
केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना का उद्देश्य है कि हर शहर और गांव तक देशवासी की कनेक्टिविटी हो। प्रदेश में ग्रामीण विकास मंत्रालय ने बैच-2 के तहत 5 मार्च, 2021 को 1216.95 किलोमीटर लंबी 120 सड़कों को मंजूरी प्रदान की है। इन सड़कों पर 549.51 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सड़कों के बिना जीवन की कल्पना करके महत्त्व अपने आप पता चल जाता है।
सड़क बन जाने से शहर से गांव और गांव से शहर आना – जाना सुगम हो जाएगा। अभी सूबे में ऐसे बहुत से गांव हैं जहां सड़कों के नाम पर बस पत्थर वाली नुकीली सड़क है। रोटी कपडा और मकान के बाद सड़क पानी और बिजली का ही नम्बर आता है। अच्छी सड़कें विकास की निशानी होती है। सड़क न होती तो एक दिन का काम एक महीने में भी न होता अर्थात सड़क की वजह से विकास तेज हुआ और हो रहा है।
जब सभी गांवों में सड़क बन जाएगी तो विकास की रफ़्तार पंख लगा लेगी। सरकार को ऐसा कार्य करना चाहिए कि कोई भी क्षेत्र सड़क से अछूता नहीं हो। सड़कों की हालत पर भी सरकार को काम करने की आवश्यकता है।