औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में बनेगा उत्तर भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर

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स्मार्ट सिटी फरीदाबाद इन दिनों अपने कार्यों से चर्चाओं में है। औद्योगिक नगरी फरीदाबाद अब जल्द ही विश्व में अपनी छाप छोड़ने की तैयारी में है। ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर 78 में एक विज्ञान भवन बनने जा रहा है जिसमें शहर के इतिहास की झलक देख सकेंगे।

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण में इसके तहत विज्ञान भवन में आधुनिक म्यूजिक बनाने की योजना तैयार की गई है। एचएसवीपी के मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी द्वारा आर्किटेक्ट को म्यूजियम के प्रस्ताव में विज्ञान भवन के डिजाइन शामिल करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसका ब्यौरा 7 अप्रैल को होने वाली बैठक में आर्किटेक्ट की ओर से किया जाएगा।

औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में बनेगा उत्तर भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर

करीब 8 एकड़ जमीन पर एचएसवीपी की ओर से फरीदाबाद के सेक्टर 78 में विज्ञान भवन का निर्माण किया जाना है। इसकी घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 2 साल पहले की थी। एचएसवीपी की योजना अनुसार विज्ञान भवन में एक बड़ा बहुउद्देशीय हॉल बनाया जाएगा।

यहां ऑफिस, रेस्तरां, कैफे, कैंटीन आदि भी बनाए जाएंगे। बेसमेंट में पार्किंग बनाई जाएगी जिसमें 2,000 से अधिक गाड़ियां एक साथ पार्क हो सकेंगी।

औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में बनेगा उत्तर भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर

इसके साथ ही शॉपिंग व मनोरंजन आदि के भी साधन यहां विकसित होंगे। प्रदर्शनी हॉल में 2500, 1000 व ऐसे लोगों की क्षमता वाले तीन ऑडिटोरियम बनाए जाएंगे।

वेदर फरीदाबाद के सेक्टर 78 में बनाया जा रहा यह विज्ञान भवन उत्तर भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर होगा। इसके लिए 378 करोड रुपए का एस्टीमेट मंजूर किया जा चुका है।

औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में बनेगा उत्तर भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर

हाल ही में एचएसवीपी ने विज्ञान भवन का डिजाइन व टेंडर डॉक्यूमेंट तैयार करने वाले आर्किटेक्ट को 1 करोड़ रुपए का भुगतान किया है जोकि बकाया राशि थी। अब जल्दी ही टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

इस विज्ञान भवन में इतिहास की पूरी झलक दिखाई देगी। म्यूजिक पूरी तरह से आधुनिक होगा। लेकिन म्यूजिक वर्चुअल होगा, 3D होगा, उसमें तस्वीरों के फिल्मों के माध्यम से किस तरह से इतिहास को दिखाया जाएगा, यह अभी फाइनल नहीं हुआ है।

अंकिता के द्वारा इसकी रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसके बारे में जल्द ही मुख्य प्रशासक के सामने एचएसवीपी द्वारा नियुक्त आर्किटेक्ट की ओर से प्रेजेंटेशन दी जाएगी।