औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में योजनाएं तो बहुत सी बनाई जाती हैं परंतु उसका क्रियान्वयन नहीं किया जाता है। ऐसी ही एक योजना 2017 में आई थी जहां फरीदाबाद के तीन प्रमुख मार्गो पर गेटवे ऑफ अरावली बनाना था परंतु समय के साथ यह योजना भी ठंडे बस्ते में चली गई।
दरअसल, वर्ष 2017 में वन विभाग के द्वारा फरीदाबाद के तीन प्रमुख मार्गो पर फूलदार में फलदार विदेशी किस्म के पौधे लगाकर अरावली को शोकेस किया जाना था। शहर को हरा भरा रखने तथा अरावली की वादियों को दिखाने के लिए गेटवे ऑफ अरावली नामक योजना बनाई गई थी।
इस योजना के तहत जिले के तीन मार्ग जिसमें फरीदाबाद गुरुग्राम रोड, बल्लभगढ़ सोहना रोड, बाईपास रोड शामिल थे। इन प्रमुख मार्गो पर करीब 3000 से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था।
शहर के इन तीन प्रमुख मार्गों पर कूड़े के ढेर लगे हुए थे जिससे शहर के अंदर आने वाले आगंतुकों के मन में शहर की गलत छवि उत्पन्न हो रही थी। इस छवि को सुधारने के लिए यह कदम वन विभाग की ओर से उठाया गया था परंतु लापरवाही के कारण यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई।
गेटवे ऑफ अरावली के तहत शहर के सौंदर्यीकरण का काम भी शुरू हो चुका था। इन सड़कों पर अलग-अलग 10 तरह की फूल जिसमें गुलमोहर, डबल चांदनी, डबल गुडल, हमेलिया, बेंजामिन और फाइकस जैसे पौधे लगाने थे। वर्ष 2017 के अक्टूबर माह में यह योजना बनाई गई थी वही नवंबर तक इस योजना को पूरा करने की बात कही गई थी।
क्या कहना है वन विभाग के अधिकारी
वन विभाग के अधिकारी राजकुमार ने बताया कि इस तरह की कोई योजना उनके संज्ञान में नहीं है। वन विभाग द्वारा ऐसी कोई योजना नहीं बनाई गई है।