मौसम का पारा दिन प्रतिदिन चरम सीमा पर हैं। ऐसे में गर्मी और लू से बचना भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इसलिए फरीदाबाद के जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने कई रियायतें दी है और बताया की ऐसे वक़्त में क्या करें और क्या करने से बचें।
स्थानीय मौसम की भविष्यवाणी के लिए रेडियो सुने, टीवी देखे, समाचार पत्र पढ़े जिसमें गर्म हवाएं व लू के आने के बारे में सूचना मिल सके।
पर्याप्त पानी पिए, जितनी बार संभव हो पानी पिए भले ही प्यास ना हो।
धूप में बाहर जाने के दौरान हल्के रंगों के ढीले तथा सूती कपड़े पहने।
सुरक्षात्मक चश्मे, छाता, पगड़ी, दुपट्टा, टोपी, जूते या चप्पलों का उपयोग करें।
यात्रा करते समय पानी साथ में रखें। यदि आप बाहर काम करते हैं तो टोपि या छाते का उपयोग करें तथा अपने सिर, गर्दन, चेहरे और अंगों पर नम कपड़ा रखें
शरीर को पुन हाइड्रेट करने के लिए ओआरएस मौखिक रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन व घर का बना पेयजल जैसे लस्सी, नींबू, पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें।
गर्मी के स्ट्रोक, गर्मी के दाने, गर्मी के लक्षण जैसी कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, मिलती और दौरे के लक्षणों को पहचाने तथा यदि आप बेहोश या बीमार महसूस कर रहे हैं तो चिकित्सक से परामर्श करे।
जानवरों को छाया में रखकर पीने के पर्याप्त पानी दे
अपना घर ठंडा रखे दिन के दौरान पर्दे सटार का उपयोग करें रात में खिड़कियां खुली रख
पंख ओम नम कपड़ों का प्रयोग करें ठंडे पानी से स्नान करें
कार्यस्थल के पास ठंडा पेय जल उपलब्ध कराएं
श्रमिकों का प्रत्यक्ष सूर्य के समक्ष होने वाले कार्यों से बचें।
श्रम आयुक्त व कार्यों को दिन के ठंडे समय के दौरान करें।
भारी गतिविधियों के दौरान आराम के समय को बढ़ाएं।
गर्भवती, मजदूरों का चिकित्सकीय परामर्श की स्थिति में अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए।
क्या ना करें-
खड़े हुए वाहनों में बच्चों या पालतू जानवरों को ना छोड़े।
दोपहर 12:00 से 3:00 के बीच बहार जाने से बचें।
भारी काले कपड़े पहनने से बचें।
तापमान अधिक होने की स्थिति में श्रमिक कार्य करने से बचें।
दिन के गर्म समय में खाना पकाने से बचे, खाना बनाते समय दरवाजे और खिड़कियां खोल दें।
शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचे जो शरीर में पानी की कमी करते हैं।
उच्च प्रोटीन युक्त व बासी भोजन ना खाएं।