वर्ल्ड हेल्थ डे:- किसी भी कीमत में प्राइवेट अस्पताल से काम नहीं है, यह सरकारी अस्पताल

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सरकारी अस्पताल को लेकर लोगों के मन में एक भ्रम है कि वहां पर किसी प्रकार की कोई भी सुविधा नहीं मिलेगी। अगर कोई सुविधा जहां पर उनको मिलती भी है। तो उसके लिए कोई ना कोई चार्ज लिया जाता है। लेकिन अपने जिले का एकमात्र सरकारी अस्पताल ऐसा है।

जो किसी भी कीमत पर प्राइवेट अस्पताल से कम नहीं है। साल 2020 महामारी का दौर रहा। उस दौर को कोई भी व्यक्ति आसानी से भूल नहीं पाएगा। चाहे उस दौर में उस व्यक्ति ने अपनी नौकरी गवाही हो या किसी ने परिजन को खोया होगा।

वर्ल्ड हेल्थ डे:- किसी भी कीमत में प्राइवेट अस्पताल से काम नहीं है, यह सरकारी अस्पताल

लेकिन फरीदाबाद जिले का एकमात्र सरकारी अस्पताल को उस दौर में कई ऐसी अच्छी सुविधाएं या फिर यह काफी बेहतरीन मशीनें उपलब्ध कराई गई है। जिससे कि भविष्य में उपचार लेने आने वाले मरीजों को काफी सुविधा मिलेगी। लोगों के मन में जो भ्रम है कि सरकारी अस्पताल में किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मिलती है।

अब वह इन सुविधाओं से दूर हो जाएगी बीके अस्पताल के पीएमओ डॉ सविता यादव ने बताया कि उनके यहां पर कुछ समय पहले ब्लड टेस्ट के लिए कई ऐसी बेहतरीन मशीनें आई है। जिसकी रिपोर्ट 2 से 3 घंटे में मरीजों को मिल जाती है।

वर्ल्ड हेल्थ डे:- किसी भी कीमत में प्राइवेट अस्पताल से काम नहीं है, यह सरकारी अस्पताल

इसके अलावा थैलेसीमिया ग्रस्त मरीजों के लिए भी ब्लड से कंप्लेंट अलग करने वाली मशीन अस्पताल में आ चुकी है। जिससे उनको आसानी से ब्लड चढ़ाया जा सकता है। वह टेस्ट फ्री ऑफ कॉस्ट किए जा सकते हैं।

आईसीयू और एसडीओ हुआ शुरू

पीएमओ डॉक्टर सविता यादव ने बताया कि आईसीयू की मांग को लेकर उन्होंने कई बार निदेशालय को पत्र लिखा था। लेकिन हर बार किसी ना किसी वजह से वह कार्य रुक जाता था। साल 2020 जो महामारी का दौर रहा। पॉजिटिव मरीज़ों को उपचार के लिए दिल्ली रेफेर नाइ किया जाए इसके लिए जिले के बी के अस्पताल में आईसीयू की सुविधा को शुरू किया गया।

वर्ल्ड हेल्थ डे:- किसी भी कीमत में प्राइवेट अस्पताल से काम नहीं है, यह सरकारी अस्पताल

उन्होंने बताया कि आई सी यू दूसरी मंजिल पर ऑपरेशन थिएटर के साथ शुरू किया गया है। यह आईसीयू बेड का शुरू किया गया है। इस आईसीयू में मॉनिटरिंग से लेकर गैस ऑक्सीजन पाइप लाइन सभी प्रकार के महत्वपूर्ण सुविधाएं मौजूद है। वही 10 बेड का एच डी यू ज्ञानी हाई डेंसिटी यूनिट को भी शुरू किया जा चुका है।

जो की पहली मंजिल पर प्रस्तुति वार्ड के साथ शुरू किया हुआ है। दोनों में कोविद के दौरान मरीजों को भर्ती किया गया था। अगर अभी किसी मरीज को आई सी यू और एसडीओ की जरूरत पड़ती है। तो उस मरीज को दिल्ली रेफर करने की वजह यहीं पर भर्ती करके उसका उपचार किया जाता है।

वर्ल्ड हेल्थ डे:- किसी भी कीमत में प्राइवेट अस्पताल से काम नहीं है, यह सरकारी अस्पताल

नई तकनीकी की एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीन आई अस्पताल में

अगर हम ओपीडी में आने वाले मरीजों की बात करें तो उनके लिए भी बेहतर सुविधा का इंतजाम किया गया है। बीके अस्पताल में हर रोज करीब 100 मरीजों का एक्स-रे किया जाता है। लेकिन उनको रिपोर्ट के लिए घंटा इंतजार करना पड़ता है। लेकिन अब जो नई टेक्नोलॉजी की एक्स रे मशीन अस्पताल में आई है।

मरीजों को घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इस नई टेक्नोलॉजी की मशीन के जरिए जब किसी मरीज का एक्सरे होगा। तो तुरंत उसकी रिपोर्ट डॉक्टर के कंप्यूटर पर पहुंच जाएगी। जिससे मरीजों को रिपोर्ट के लिए घंटों इंतजार नहीं करना पड़ता है। इसके अलावा घर पर कि महिलाओं के लिए भी एक नई टेक्नोलॉजी की के जरिए अल्ट्रासाउंड किए जाएंगे।