अपने हक हुकुम की लड़ाई के लिए किसान लगातार कई महीनों से धरने पर बैठे हैं हालात यह है कि ना ही सरकार किसानों की बात मानने को तैयार है ना ही किसान अपनी ज़िद छोडने को तैयार है। उनका कहना है कि जब सरकार की एक न चली तो महामारी का बहाना बना दिया ।
सरकार किसानों को उनकी जगह से हटाना चाहती और आंदोलन खत्म करना चाहती है .कहा जा रहा है कि दिल्ली में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं और ऐसे में यहां पर भीड़ एकत्रित ना हो .लेकिन हमारा कहना यह है कि हमारी वजह से कोरोना नहीं फैल रहा रहा है।
किसान आंदोलन में धरने पर बैठे एक बुजुर्ग प्रदर्शनकारी ने कहा कि सरकार कोरोना के पैतरे इस्तेमाल करके आंदोलन खत्म करना चाहते हैं क्या कोरोना सिर्फ किसान आंदोलन की वजह से फैल रहा है क्या नेताओं की रैली से नहीं फैल रहा बड़े बड़े आयोजनों से नहीं फैल रहा ?
यह बीजेपी सरकार की एक मंशा है सिर्फ किसानों को अपने हक की लड़ाई से लड़ने से रोकने के लिए. आपको बता दें कि तकरीबन 100 दिन से ज्यादा किसान दिल्ली की सीमाओं पर बैठे हैं. जैसे कि हरियाणा बॉर्डर यूपी बॉर्डर पर किसानों ने अपना धरना जारी रखा है।
तकरीबन 130 दिन से ज्यादा किसान आंदोलन को शुरू हुए हो चुके हैं लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकल पाया है इन दिनों धरना प्रदर्शन में जुड़ने वाले लोगों के लिए खाने-पीने का इंतजाम भी बराबर हो रहा है. विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने आ रहे लोग भूखे ना रहे इसलिए कई सिख संस्थाएं गुरुद्वारे और कृषि व्यापारियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
पंजाब से लेकर हरियाणा और दिल्ली तक पूरी सब्जी दूध राशन की सप्लाई की तस्वीरें सामने आई है जिससे साफ तौर पर देखा जा सकता है कि किसानों को अभी भी भरपूर साथ मिल रहा है ताकि वह अपने हक की लड़ाई को लड़ सके