जिस तरीके से देश में कोविद के मरीज़ों की रफ्तार बढ़ती जा रही है। उससे यह लगता है कि अगले कुछ दिनों में देश के सभी राज्यों के अहम शहरों के साथ राजधानियों में भी नाइट का कर्फ्यू लगाया जाएगा। इसके अलावा संक्रमण को रोकने के लिए मध्य प्रदेश की तर्ज पर वीकेंड पर पूरी तरह से लॉकडाउन किया जा सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ बैठक में राज्यों के जिम्मेदार अधिकारियों ने महामारी के बढ़ते के आंकड़ों को रोकने के लिए कई योजनाओं के बारे में चर्चा की। देश के पंजाब, महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश जैसे कई राज्यों में मरीजों की संख्या बढ़ने के चलते नाइट कर्फ्यू शुरू कर दिया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के द्वारा सभी राज्यों को दिशा निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने राज्य में महामारी को लेकर जो भी सुरक्षात्मक तरीका अपना सकते हैं उसको अपनाएं। इस संबंध में देश के ज्यादातर राज्यों ने नाइट कर्फ्यू को माना है। अगर इसी तरह आने वाले समय में मरीजों की संख्या में इजाफा होता रहा तो देश के सभी राज्यों में लाइट कर्फ्यू लगाया जा सकता है।
अधिकारियों की मानें तो कुछ राज्यों में इस बात को भी सुझाव दिया है कि अगर नाइट कर्फ्यू से भी हालात नहीं सुधरे, तो मध्य प्रदेश के तर्ज पर वीकेंड पूरी तरह से लॉकडाउन कर दिया जाएगा। वहीं कई राज्य और विशेषज्ञों ने पब्लिक प्लेस खासतौर से उन जगहों पर जहां पर भीड़ होती है, ऐसे सार्वजनिक जगहों को लॉकडाउन की स्थिति में रखा जा सकता है।
इसके अलावा राज्य ने यह भी स्पष्ट किया है कि कमर्शियल एक्टिविटी जिस भी राज्य में होती है उस पर भी रोक लगाई जा सकती है। पिछले साल जो महामारी की पहली लहर के दौरान लॉकडाउन लगाया गया था। उसका असर आज तक देखा जा रहा है। अधिकारियों की माने तो इस बार अभी तक कोई ऐसे दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं।
जिससे कि कमर्शियल एक्टिविटी बंद हो और लोगों के रोजगार के ऊपर एक बार फिर से दोबारा असर पड़े। उन्होंने बताया कि राज्यों की हुई समीक्षा बैठक में इस बात को लेकर जोर दिया गया कि राज्य अपने सर पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन व सख्ती को बढ़ सकते हैं।
350 के पार पहुंचा आंकड़ा
स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को जिले में 378 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। वही पंद्रह सौ के करीब एक्टिव के सभी जिले में मौजूद है। जिसमें से 1300 मरीज होम आइसोलेशन पर हैं। वहीं 200 के करीब मरीज अस्पताल में भर्ती है। अगर हम ठीक हुए मरीजों की बात करें तो गुरुवार को 108 मरीज ठीक होकर अपने घर वापस गए हैं। बताया जा रहा है कि 2 अप्रैल को एक बुजुर्ग व्यक्ति के द्वारा व्यक्ति लगवाई गई थी ।लेकिन 2 दिन के बाद उसकी मृत्यु होने का मामला सामने आया है। लेकिन बुजुर्ग को फेफड़े में की समस्या बहुत पहले से थी। डॉक्टरों का कहना है कि बुजुर्ग की मृत्यु हार्टअटैक की वजह से हुई है ।
तिगांव में आई को कोविशिएल्ड वैक्सीन
पिछले कुछ दिनों से स्वास्थ्य केंद्र कोराली और तिगांव में वैक्सीन नहीं होने की वजह से लोगों को वैक्सीन नहीं लगाई जा रही थी। इन दोनों स्वास्थ्य केंद्रों पर लोगों को कोवैक्सीन की डोज़ लगाई जा रही थी। लेकिन गुरुवार को टीका स्वास्थ्य केंद्र पर कोवैक्सीन की बजाय कोविशिएल्ड की डोज़ दी गई। अब तिगांव स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले लोगों को कोविशिएल्ड वैक्सीन लगाई जाएगी। वही अभी कोराली में वैक्सीन की प्रक्रिया को शुरू नहीं किया गया है। क्योंकि वहां पर को वैक्सीन की डोज़ अभी नहीं आई है।