वो IPS जिसने आतंकवाद से लड़ने के लिए पढ़ा इस्लाम, जानिये क्यों है रियल लाइफ “सिंघम” इनकी पहचान

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    देश से प्रेम हो तो आतंक से लड़ने का हौसला अपने आप बढ़ जाता है। यह हौसला देश के दुश्मनों पर काफी भारी पड़ता है। हर आईएएस की सक्सेस स्टोरी बेहद प्रेरणा से भरी होती है। ऐसी ही कहानी है इस आईएएस ऑफिसर की, जिनके चर्चे देशभर में है। इन्हें कर्नाटक के रियल सिंघम के नाम से जाना जाता है। इस आईपीएस ऑफिसर का नाम है के. अन्नामलाई।

    इनकी कहानी काफी आईपीएस अफसरों को प्रेरणा देती है। देशवासी काफी कुछ इनसे सीख सकते हैं। साल 2015 और अगस्त 2016 के बीच वो उडुपी जिले में पुलिस अधीक्षक के पद पर तैनात रहे।

    वो IPS जिसने आतंकवाद से लड़ने के लिए पढ़ा इस्लाम, जानिये क्यों है रियल लाइफ "सिंघम" इनकी पहचान

    पुलिस अधीक्षक काल के दौरान उन्होंने काफी सख्त कदम उठाये। अपराध पर लगाम लगाने का प्रयास किया। अन्नामलाई साल 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी है। उनके काम करने का तरीका दूसरे अधिकारियों से बिल्कुल अलग है। यही कारण है कि वह जनता के बीच बेहद लोकप्रिय है। के. अन्नामलाई मूलतः तमिलनाडु के करूर जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म 4 जून 1984 को एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था।

    वो IPS जिसने आतंकवाद से लड़ने के लिए पढ़ा इस्लाम, जानिये क्यों है रियल लाइफ "सिंघम" इनकी पहचान

    गरीबी से निकल कर सोना बनने वाले इस आईपीएस की कहानी हर किसी की ज़ुबानी है। आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के सदस्य यासीन भटकल का घर उडुपी में था। ऐसा कहा जाता है कि इस्लामी कट्टरपंथ और इंडियन मुजाहिदीन संगठन की जड़े की यहां जमी थी। अपने कार्यकाल के दौरान उन्हें इस्लाम में गहरी दिलचस्पी हुई। आतंकवाद से लड़ने के लिए इस्लाम को पड़ा कि कैसे धार्मिक ग्रंथों की गलत व्याख्या के कारण कट्टरपंथ को बढ़ावा मिल रहा है।

    वो IPS जिसने आतंकवाद से लड़ने के लिए पढ़ा इस्लाम, जानिये क्यों है रियल लाइफ "सिंघम" इनकी पहचान

    रियल लाइफ सिंघम जैसे कामों के कारण इनकी पहचान देश में बनी है। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और इस मुकाम को हासिल किया।