क्रिकेट का दीवाना भारत में हर कोई है। बिना क्रिकेट के किसी का बचपन शायद ही बीता होगा। क्रिकेट मैच में यदि बल्लेबाज चौके-छक्के लगाए तो उसे सभी से तारीफ मिलती है, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि किसी बल्लेबाज को छक्के मारने से उसके ही साथी खिलाड़ी ने मना किया हो। यही नहीं छक्का मारने पर बैट से पीटने की धमकी भी दी हो।
जब कोई बल्लेबाज चक्क्क जड़ता है तो पूरा मैदान तालियों से गूँज उठता है। लेकिन सहवाग के साथ कुछ अलग हुआ था और बैट से पीटने की धमकी देने वाले थे क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर।
इस बात यकीन कर पाना सही में कठिन है लेकिन ऐसा सच में हुआ है। दरअसल, सहवाग ने एक बांग्ला शो में यह राज खोला था। उस शो की एंकरिंग कर रहे थे सौरव गांगुली। शो में वीवीएस लक्ष्मण, हरभजन सिंह भी मौजूद थे। शो के दौरान गांगुली ने सहवाग से कहा, ‘हमारे दर्शकों को यह बताएं कि जब मुल्तान में तिहरा शतक लगाया तो 95 से छक्का मारकर शतक पूरा किया, 195 पर छक्का मारकर दोहरा शतक पूरा किया और फिर 295 पर छक्का मारकर तिहरा शतक पूरा किया।
सहवाग के बारे में यह बात काफी प्रसिद्ध थी कि वह पहली बॉल पर चौक्का मारकर पारी की शुरुवात करते हैं। जब शतक या दोहरे शतक के नज़दीक होते हैं तो निडर होकर चक्का लगाने का प्रयास करते हैं। उस समय गेंदबाजी कर रहे थे सकलैन मुश्ताक। फील्ड में लॉन्ग ऑफ, लॉन्ग ऑन, डीप मिडविकेट और डीप स्क्वायर लेग पर फील्डर खड़े थे। ऐसा रिस्क क्यों लिया? सिंगल खेलकर तिहरा या दोहरा शतक क्यों नहीं पूरा किया?’
वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर भारत के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ हैं। दोनों के नाम काफी रिकॉर्ड दर्ज हैं। दोनों जब बल्लेबाज़ी करने मैदान में उतरते थे तो विपक्षी गेंदबाज़ अपने हथियार फेंक देता था।