गर्मी के दिनों में पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं ये लोग

0
288

गर्मी शुरू हो चुकी है और लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की आवश्यकता पड़ती है।लेकिन अगर उनके घरों में ही पानी की सप्लाई ना हो तो वह एक एक बूंद के लिए भी तरस जाते हैं। क्योंकि उनको टैंकरों के माध्यम से पानी मंगवाना पड़ता है और वह भी लिमिटेड पानी सप्लाई करता है।

जिसकी वजह से लोगों को बूंद बूंद के लिए तरसते हैं। ऐसा ही एक नजारा फरीदाबाद के ओल्ड फरीदाबाद में देखने को मिला। जहां पिछले 4 दिनों से ओल्ड फरीदाबाद के मोहल्ला गड़ी और सईद वाडा मे पानी की सप्लाई नहीं हो रही थी।जिसकी वजह से लोगों को काफी परेशानी के सामने करना पड़ता है।

गर्मी के दिनों में पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं ये लोग

स्थानीय निवासी पवन ने बताया कि पिछले 4 दिनों से  मोहल्ले गड़ी व सईद वाडा  में पानी की सप्लाई नहीं हुई है। जिसकी वजह से वहां के रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि यहां पर करीब सौ से डेढ़ सौ छोटे बड़े मकान बने हुए हैं।

जिसमें परिवार रहते हैं। गर्मी के दिनों से शुरू हो चुके हैं। लोगों को पानी की आवश्यकता ज्यादा पड़ती है। लेकिन यहां तो पानी पिछले 4 दिनों से आज ही नहीं रहा है। उन्होंने बताया कि इसका मुख्य कारण ट्यूबवेल ऑपरेटर की हड़ताल तो है ही साथ ही जो रेनी बेल के ट्यूबवेल है।

गर्मी के दिनों में पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं ये लोग

उसमें सफाई नहीं होनी की वजह से वहां से भी पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। इसके अलावा दो ट्यूबेल पिछले काफी समय से खराब पड़े हुए हैं। जिसकी स्थानीय लोगों को पर्याप्त मात्रा में पानी सप्लाई नहीं होता है। उन्होंने बताया कि उनको टैंकरों का सहारा लेना पड़ता है। उन्होंने बताया कि गर्मी के दिनों में टैंकरों के रेट भी बढ़ जाते हैं। पहले एक टैंकर 400 से ₹500 में मिलता था।

वहीं अब 700 से ₹800 मिलता है। इन टैंकरों से भी दो से तीन घरों को ही पानी सप्लाई होता है। इसलिए हर गली में 3 से 4  टैंकरों को मंगवाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस को लेकर नगर निगम को भी कई बार शिकायत की जा चुकी है।

गर्मी के दिनों में पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं ये लोग

लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। वहीं दूसरी ट्यूबवैल ऑपरेटर का कहना है कि उनको पिछले 6 महीने से सैलरी नहीं मिली है। इसी वजह से उन्होंने हड़ताल की हुई है।