पॉजिटिव मरीजों की संख्या में आई कमी लेकिन मृतकों की संख्या में हुआ इजाफा

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स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के जहां एक और पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी देखने को मिली है। वहीं दूसरी और मृतकों की संख्या में इजाफा हुआ है। आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को जिले में 810 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। वहीं अगर हम मृतकों की संख्या की बात करें तो पिछले 24 घंटे में तीन महामारी की चपेट में आने वाले मरीजों की मृत्यु हुई है।

महामारी के नोडल अधिकारी डॉ राम भगत ने बताया कि जहां बुधवार को 838 पॉजिटिव पाए गए थे। वहीं गुरुवार को यह संख्या घटकर 810 पर पहुंच गई है। अगर हम मृतकों की संख्या की बात करें तो बुधवार को एक महामारी की चपेट में आने से मरीज की मौत हुई थी। वहीं गुरुवार को तीन महामारी की चपेट में आने वाले मरीजों की मृत्यु हुई है।

पॉजिटिव मरीजों की संख्या में आई कमी लेकिन मृतकों की संख्या में हुआ इजाफा

महामारी की चपेट में आने वाले मृतकों की डेड बॉडी भी परिजनों को नहीं दी जाती है। अगर हम होम आइसोलेशन की बात करें तो जिले में अभी भी 29 सौ के करीब मरीज होम आइसोलेशन पर है। वही 3600 के करीब मरीज एक्टिव मरीज बताए जा रहे हैं।

कॉलोनी में भी पाए जा रहे हैं पॉजिटिव मरीज

स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को 810 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। जिसमें से ज्यादातर मरीज जो है वह छोटी कॉलोनियों से पाए गए हैं। जिले में सैकड़ों की संख्या में छोटी-बड़ी कॉलोनियां बनी हुई है। कुछ ऑथराइज है तो कुछ अनऑथराइज्ड है। उन कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाएं भी लोगों को सही प्रकार से नहीं मिल पा रही है।

पॉजिटिव मरीजों की संख्या में आई कमी लेकिन मृतकों की संख्या में हुआ इजाफा

इसके अलावा वहां पर प्रशासन के द्वारा भी किसी प्रकार का कोई सख्त कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिसकी वजह से छोटी बड़ी कॉलोनियों में से भी पिछले कुछ दिनों से पॉजिटिव केस पाए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को सैक्टर और गांव के अलावा इन छोटी-बड़ी कॉलोनियों पर भी ध्यान देना चाहिए। ताकि पॉजिटिव केस के मरीजों की संख्या में कमी लाई जा सके।

करीब 4300 लोगों ने लगवाई वैक्सीन

अप्रैल महीने में स्वास्थ्य विभाग को करीब 500000 लोगों को वैक्सीन लगानी है। इसी वजह से वह अप्रैल महीने में किसी भी दिन किसी भी स्वास्थ्य कर्मी की छुट्टी नहीं करेंगे और हर रोज हर दिन वैक्सीन और टेस्ट किए जाएंगे ।

पॉजिटिव मरीजों की संख्या में आई कमी लेकिन मृतकों की संख्या में हुआ इजाफा

अगर हम आंकड़ों की बात करें तो गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार करीब 3000 लोगों ने पहले डोज़ लगाई। वहीं 1200 लोगों ने दूसरी डोज़ लगाई।अगर हम कुल संख्या की बात करें तो 4300 लोगों के द्वारा वैक्सीन लगवाई गई।

नहीं है कोई समय पिक्स

सीएमओ डॉ रणदीप सिंह पुनिया का कहना है कि जिले के जब सभी सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन और टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। लेकिन अगर हम सेक्टर 3 एफ आर यू की बात करें तो वहां पर सुबह 9:00 का समय होने के बावजूद भी कर्मचारी 10:15 बजे तक नहीं पहुंचते हैं।

पॉजिटिव मरीजों की संख्या में आई कमी लेकिन मृतकों की संख्या में हुआ इजाफा

जिसकी वजह से टेस्टिंग करवाने आए लोगों को एक से डेढ़ घंटा इंतजार करना पड़ता है और स्वास्थ्य कर्मी आने के बाद भी उनकी पहले एंट्री की जाती है और उसके बाद वैक्सीन को लगाया जाता है। यह सिर्फ टेस्टिंग की बात नहीं है अगर हम वैक्सीनेशन की बात करें तो वहां पर भी स्वास्थ्य कर्मी के द्वारा काफी देरी की जा रही है।

क्योंकि लोग 9:00 बजे का समय होने की वजह से 8:45 बजे से अस्पताल में आकर लाइन में लग जाते हैं। लेकिन अस्पताल के द्वारा मुख्य गेट 9:15 से 9:30 के बीच में खोला जाता है। जिसकी वजह से मरीजों को बाहर ही खड़ा होकर इंतजार करना पड़ता है।