इस विश्व में बहुत कुछ होता है। काफी भविष्यवाणी भी इस पृथ्वी पर लोगों द्वारा की गई हैं। लेकिन जितनी उत्तेजना नास्त्रेदमस की भविष्यवाणियों ने जगाई है उतनी शायद ही किसी और भविष्यवेत्ता की भविष्यवाणियों ने पैदा की हो। अगर किसी की भविष्यवाणी आज के समय में सच साबित होने लग जाए तो उसके प्रति सभी आकर्षित हो जाते हैं। इंतजार करते रहते हैं कि आगे वह क्या भविष्यवाणी करने जा रहा है।
भविष्यवाणी को लेकर सभी की अपनी – अपनी सोच है। हर कोई अपने हिसाब से इस बारे में सोचता है। नास्त्रेदमस की फ्रांस में एक भविस्यवक्ता थे जिनका जन्म 14 दिसंबर 1503 में फ्रांस में हुआ था। नास्त्रेदमस ने धार्मिक, राजनितिक, प्रकिर्तिक इत्यादि घटनाओ के संबंध में बहुत सारी भविस्यवाणी किये थे। वहीं इनके द्वारा की गई भविष्यवाणी में सभी भविष्यवाणी का सच होने का दावा भी किया जाता है।
उनकी कही हुई बातें अकसर सच हुआ करती हैं। सच हो चुकी हैं या हो रही हैं। नास्त्रेदमस की एक दो नहीं बल्कि 400 सालों में 800 से ज्यादा भविष्यवाणियां सच साबित हुई हैं। उन्होंने अंग्रेज़ों को लेकर कहा था की 1942 में इंग्लैंड का वर्चस्व दुनिया पर ख़त्म होना शुरू होगा और ऐसा हुआ भी। नास्त्रेदमस ने नाज़ियों के बारे में कहा था यह एक दिन यहूदियों पर नकेल कस देंगे और ऐसा हुआ भी था।
हिन्दू धर्म को लेकर भी उन्होंने एक बात कही थी। सनातन धर्म तो इस दुनिया की पहचान है ऐसा कहना गलत नहीं होगा। नास्त्रेदमस ने भारत के लिए भी भविष्यवाणी की थी इसके अंदर उनका कहना था कि 1 दिन भारत के सुनहरा भविष्य की शुरुआत होगी। भारत में मौजूद हिंदू धर्म पूरे एशिया महाद्वीप और कई अरब देशों के अंदर छा जाएगा।
आज हिन्दू धर्म को मानने वालों की संख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है। उनका कहना था कि समुंदर क्षेत्र से तीनों हीरे वह जन्म लेगा और वह व्यक्ति जो बृहस्पतिवार को अपना अवकाश दिवस घोषित करेगा। वह व्यक्ति एक गरीब के घर में पैदा होगा और पहले तो लोग उससे नफरत करेंगे लेकिन बाद में वह सभी के लिए मुक्तिदाता बन कर उभरेगा और फिर लोग उससे बहुत प्रेम करेंगे।
उनकी कही हुई बातें सच हो रही हैं। उनके बारे में सभी की अलग – अलग राय थी। दुनिया में बहुत से भविष्यकर्ता थे जिन्होंने लिखा था कि अगला मुक्तिदाता भारत के दक्षिणी भाग में जन्म लेगा। ऐसे में जिस प्रकार से रूस में हिन्दू धर्म फ़ैल रहा है उस हिसाब से यह कहना मुश्किल नहीं होगा की नास्त्रेदमस की यह भविष्यवाणी भी हमें आने वाले कुछ दशकों में सच होती हुई दिख सकती हैं।