महामारी की मार से इस समय दुनिया में हाहाकार मचा है। यह किसी के साथ भेदभाव नहीं कर रही है। वायरस की दूसरी लहर ने भारत में पिछले साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। एक दिन में दो लाख से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और एक हजार से ज्यादा लोगों की मौत भी हुई। ऐसे में खुद को संक्रमण से बचाने के लिए आपके पास जो एक मात्र उपाय है वह है सावधानी बरतना।
महामारी अपना आतंक फिरसे मचा रही है। मामलों में हर दिन वृद्धि दर्ज की जा रही है। जरूरी है इसके के लक्षणों पर नजर रखना। म्यूटेशन की वजह से कुछ दिन बाद ही महामारी अपना रूप बदल रही है जिस वजह से उसके लक्षणों में भी बदलाव देखने को मिल रहे हैं।
कुछ दिनों से केसेस काफी कम देखे जा रहे थे। अब लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं। स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। चिकित्सकों के मुताबिक, बहुत उच्च संचरण दर के साथ-साथ महामारी की दूसरी लहर के दौरान इसके लक्षणों में मामूली और सूक्ष्म परिवर्तन हुए हैं, जिससे वायरस की पहचान करना मुश्किल हो रहा है। डॉक्टर भी वायरस की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के लक्षणों में हुए बदलाव की बात कह रहे हैं।
लगातार बढ़ते मामलों ने एक बार फिरसे सभी को चिंतित कर दिया है। पिछले कुछ दिनों से बड़ी संख्या में ऐसे लोगों में भी संक्रमण की पुष्टि हो रही है, जिन्हें न बुखार आया और ना ही सर्दी-जुकाम हुआ। ये लोग तो बदन दर्द, सिर दर्द या पेट दर्द की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुंचे और जब उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट हुआ तो पता चला कि वे वायरस से संक्रमित हैं।
जिस तरह महामारी ने फिरसे अपनी रफ़्तार पकड़ी है, इसके लिए ज़िम्मेदार और कोई नहीं हमारी लापरवाही है। हमें यह समझना होगा कि अगर मुंह ढककर ना रहे तो पूरा शरीर ढंकने की नौबत आ जाएगी।