हजार का आंकड़ा छूने को तैयार है जिले में महामारी के मामले, सक्रिय मरीजों की इतनी है संख्या

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जिले में महामारी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। आज यानी रविवार को महामारी के 998 नए केसों की पुष्टि हुई है वही 448 मरीज स्वास्थ हुए हैं। बीते 24 घंटे में महामारी से 3 लोगों ने अपनी जान भी दवा दी है।

उप सिविल सर्जन एवं जिला नोडलअधिकारी-कोरोना डा. रामभगत ने बताया कि जिला में अब तक 326680 यात्रियों को सर्विलांस पर लिया जा चुका है, जिनमें से 306143 लोगों का निगरानी में रखने का 28 दिन का पीरियड पूरा हो चुका है।

हजार का आंकड़ा छूने को तैयार है जिले में महामारी के मामले, सक्रिय मरीजों की इतनी है संख्या

शेष 20537 लोग अंडर सर्विलांस हैं। कुल सर्विलांस में रखे गए लोगों में से 55748 होम आइसोलेशन पर हैं। अब तक 621196 लोगों के सैंपल लैब में भेजे गए थे, जिनमें से 562573 की नेगेटिव रिपोर्ट मिली है तथा 2875 की रिपोर्ट आनी शेष है। अब तक 55748 लोगों के सैंपल पॉजिटिव मिले हैं, जिनमें से 748 लोगों को अस्पताल में दाखिल किया गया है तथा ठीक होने के बाद 50110 को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया है। महामारी से अब तक 439 लोगों की मौत हो चुकी है। जिले में महामारी की रिकवरी रेट 89.9 तथा डबलिंग रेट 55.8 दिन है। आज जिले में 2005 लोगों को महामारी की वैक्सीन भी लगी है।

उन्होंने बताया कि सभी मेडिकल और पैरा मेडिकल स्टाफ को कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित किया गया है। इसी प्रकार पर्यावरण स्वच्छता और शुद्धीकरण के बारे में सरकारी व निजी विभागों के कर्मचारियों को दैनिक आधार पर प्रशिक्षण दिया जा रहे हैं।

हजार का आंकड़ा छूने को तैयार है जिले में महामारी के मामले, सक्रिय मरीजों की इतनी है संख्या

उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संभावित संक्रमण की पृष्ठभूमि को देखते हुए आम जनता को सरकार द्वारा स्वास्थ्य संबंधी हिदायतों की अनुपालना करने की सलाह दी जाती है। लोगो को ध्यान रखना चाहिए कि खाँसी व छींकते समय रूमाल या तौलिया का उपयोग अवश्य करें, हाथों को बार-बार साबुन व पानी से धोते रहें।


जब तक बहुत जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। सार्वजनिक स्थलों व सभाओं में जाने से बचें। जिन लोगों ने हाल ही में कोरोना प्रभावित देशों की यात्रा की है, उन्हें राष्ट्रीय, राज्य या जिला हेल्पलाइन नंबरों पर सूचना देनी चाहिए, उन्हें भारत में आगमन की तारीख से 28 दिनों के लिए सभी से अलग रहना है और किसी से भी स्पर्श करने से बचना है, भले ही उसमें कोई लक्षण न हों।