फरीदाबाद शहर की कहानी आज की ही नही बल्कि मुगलों से लेकर महाभारत काल तक की पुरीना है. इस शहर की स्थापना 1607 में बाबा फरीद के द्वारा हुई थी. बाबा फरीद मुगल काल में सम्राट जाहंगीर के खजांची थे. उन्ही के नाम पर इस शहर का नाम फरीदाबाद पड़ा.
महाभारत काल की एक मान्यता के अनुसार ये कहा जाता है की पांडवो ने अपने अज्ञातवास के दौरान यहां के एक गांव में शिवलिंग की स्थापना की थी. जिससे पहले अर्जुन और फिर अजरोंडा गांव से जाना जाने लगा. एक और मान्यता के अनुसार जब श्री कृष्ण संधि का प्रस्ताव ले कर दुर्योधन के पास गए थे और पांडवो के लिए 5 गांव की मांग की थी तो उस में से एक गांव फरीदाबाद में स्थित तिलपथ भी था. जिससे आज तिलपत के नाम से जाना जाता है.
फरीदाबाद ना केवल इतिहास में ही नहीं पर्यटन स्थलों में थी मशहूर है, तो चलिए जानते है फरीदाबाद शहर को और करीब से
1. आज़ादी के बाद बनी बड़खल झील बहुत ही खूबसूरत थी, लेकिन अवैध खनन के कारण इसे सुखा दिया गया


2. साल 1987 से ही लगाए जा रहा सूरजकुंड का मेला , हस्तशिल्पकरो के लिए बना प्रोत्साहन का जरिया


3. तोमर वंश के राजा सूर्यपाल ने करवाया था सूरजकुंड का निर्माण


4. 1739 में बने जाठ राजा नहर सिंह का खूबसूरत किला


5. सैनिक कॉलोनी में स्थापित शिवलिंग है सबसे बड़ा


6. कैथोलिक समाज का खूबसूरत धार्मिक स्थल, सेंट मैरी चर्च की तस्वीर


7. फरीदाबाद का लोकप्रिय पिवकिन स्पॉट डोज झील


8. गोल्फ प्लेयर्स का मनपंदिता क्लब है अरावली गल्फ क्लब


9. क्रिकेट के खिलाडियों को प्रोत्साहित करने के लिए बनाए नहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम

10. शहर के सबसे मशहूर , और खूबसूरत स्पॉट्स में से एक टाउन पार्क


11. फरीदाबाद शहर को बसाने वाले बाबा फरीद का मकबरा

12. नौ रूपों में विराजित माता वैष्णो देवी धाम


13. ओमेक्स वर्ल्ड स्ट्रीट है , फरीदाबाद का केनौड प्लेस


14. फरीदाबाद का इस्कॉन मंदिर भी है बहुत ही खूबसूरत और लोगो के आकर्षण का केंद्र


15. गर्मियों को मौसम की कीजिए सेलिब्रेट फनमेक्स एम्यूसमेंट पार्क में


16. यहां है श्री लक्ष्मी नारायण का परम धाम , श्री सिद्ध दाता आश्रम

