वैश्विक महामारी का रूप ले चुका कोरोना वायरस अभी तक पूरी दुनिया में लाखों लोगों की जान ले चुका है और लाखों लोग अभी भी इस वायरस की हद में है जो इस समय इस से जूझ रहे हैं। दुनिया के तमाम वैज्ञानिक इस गंभीर वायरस की वैक्सीन खोज में लगे हुए हैं ताकि इस वायरस को दुनिया से दूर किया जा सके और एक बार फिर सब कुछ पहले के जैसा सामान्य किया जा सके।
बता दे कि दुनिया के सैकड़ों वैज्ञानिक संस्थान इस वायरस की वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं जो दिन रात सैकड़ों प्रयास के बावजूद भी अभी तक इस वर्ष की वैक्सीन नहीं खोज पाए हैं लेकिन अपना प्रयास निरंतर जारी रखे हुए हैं और जल्द ही इस वायरस की वैक्सीन दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का दावा कर रहे हैं।
बता दें कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में कोरोना वायरस की वैक्सीन की खोज के लिए एक टीम का चयन किया गया है जिसमें एक भारतीय मूल की वैज्ञानिक चंद्रबली दत्ता भी शामिल है जो इस खतरनाक वायरस की वैक्सीन को खोजने में अपना अहम योगदान दे रही है।
दत्ता कोलकाता में पैदा हुई भारतीय मूल की वैज्ञानिक हैं, जिनका कहना है कि दुनिया की आशाओं के साथ मानवता की सेवा के लिए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के पेशेवरों की जो टीम बनाई गई है उसमें स्थान पाकर उन्हें काफी सम्मानित महसूस हो रहा है और वे जल्द ही अपने परीक्षा में सफलता पाकर पूरे भारत का नाम रोशन करेगी।
चंद्रबली दत्ता विश्वविद्यालय के जेनर इंस्टीट्यूट में क्लिनिकल बायोमेनक्योरिंग फैसिलिटी में काम करती हैं। यहीं पर कोरोना वैक्सीन के मानव परीक्षणों के चरण और में ChAdOx1 नाम के वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है जिसमें वे अपना अहम योगदान दे रही है।
दत्ता ने बताया कि उनका टीम में कार्य एश्योरेंस मैनेजर के रूप में निर्धारित किया गया है जिसका मतलब यह सुनिश्चित करना है कि परीक्षण के चरण में प्रगति होने से पहले सभी स्तरों के मानकों का अनुपालन पूरा किया जाए। दत्ता का कहना है कि हम सभी उम्मीद कर रहे हैं कि यह अगले चरण में काम करेगा और पूरी दुनिया के लिए कोरोना वायरस के टीके का सफल परीक्षण करने के बाद वैक्सीन दुनिया के सामने होगी।
इसके अतिरिक्त चंद्रबली दत्ता का कहना है कि इस टीम का हिस्सा होना मानवीय कारण है, उन्होंने बताया कि वे बिना किसी लाभ की इच्छा के इस गैर लाभकारी संगठन के साथ कार्य कर रही है जो इस वैक्सीन को सफल बनाने के लिए हर दिन मेहनत कर रहा है।
ताकि वर्तमान में मानव जीवन के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका यह गंभीर वायरस इस दुनिया से दूर किया जा सके और मानव जीवन को बचाया जा सके। उनका कहना है कि वह इस टीम का हिस्सा बनकर बड़ा ही गौरवान्वित महसूस कर रही है और यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
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