कोरोना काल में खुली ओल्ड फरीदाबाद अंडर पास की पोल ,जानिए अंडर पास कैसे बना नहर

0
431

फरीदाबाद: वैसे तो बारिश के चलते पूरे शहर में जगह जगह जलभराव की समस्या देखने को मिलती है लेकिन जब भी फरीदाबाद में बारिश हुई है एनएचपीसी स्थित इस अंडरपास की हालत किसी गंदे नाले या यूं कहे नहर से बत्तर हुई है।

कोरोना काल में खुली ओल्ड फरीदाबाद अंडर पास की पोल ,जानिए अंडर पास कैसे बना नहर
क्या आपको बच्चा तैरते हुए दिखा ?

आज बारिश के चलते अंडर पास की हालत नाले जैसी हो गई थी जिसे केवल नाव द्वारा या तैर कर ही पर किया जा सकता था लेकिन एक बोलेरो पिक अप चालक अपनी कार में सवार होकर अंडर पास को पार करने निकले थे और अपनी कार डूबा बैठे।

जानकारी के लिए बता दें कि नहर में पैदल नहीं चला जाता केवल तैराक ही तैर कर उसे पार कर सकते हैं । इसलिए बारिश का मौसम में इस अंडरपास से केवल तैराक ही गुजर सकते हैं या पंडुप्पी को लेकर पार किया जा सकता है ।

कोरोना काल में खुली ओल्ड फरीदाबाद अंडर पास की पोल ,जानिए अंडर पास कैसे बना नहर

इन सभी बातों का एकमात्र कारण सरकार के झूठे दावे और वादे हैं जिन्होंने इस अंडरपास को बनाते वक्त यह कहा था कि लोगों को उससे सुविधाएं मिलेंगी लेकिन उसका विपरीत अब आप देख सकते हैं कि यहां एक अद्भुत नहर है जो केवल बरसात में देखने को मिलेगी। आपको ये भी बता दें कि इस नहर का पानी कुछ दिनों तक यही रहेगा और यदि बीच में एक बार और बारिश आ गई , तो इसका कोहराम ऐसे ही सड़क पर दिखाई देगा ।

कोरोना काल में खुली ओल्ड फरीदाबाद अंडर पास की पोल ,जानिए अंडर पास कैसे बना नहर

यदि सरकार चाहती है इस अंडरपास से लोगों को सुविधाएं तो उन्हें जल्द से जल्द यहां पानी की निकासी के लिए कोई पक्के उपाय निकालने होंगे । इससे पहले कि मौसम के साथ साथ बदलने वाला अंडरपास पूरे विश्व में मशहूर ना हो जाए।

हमारे पाठकों के लिए छोटा सा सवाल ?

बारिश के दिनों में सरकार व सम्बन्धित अधिकारियों को इतना खर्च कर बनाए गए इस प्रकार के अंडर पास को पार करने के लिए नाव या फिर पनडुब्बी का प्रबन्ध करने की सख्त आवश्यकता है।क्या आप हमारी इस बात से सहमत है , क्या सरकार को लाखों खर्च करने के बाद सड़क किनारे कुछ रुपए और खर्च करके 2-4 नांव रखनी चाहिए ?