नए खेती कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसान अब किसान कम और गुंडे ज़्यादा जान पड़ रहे हैं। कभी नेताओं की गाड़ियों को तोड़ देते हैं तो कभी बिजली काट देने की धमकी देते हैं। इसी सिलसिले में अब नई धमकी जुड़ गई है। इस समय कुंडली बॉर्डर पर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के आंदोलनकारियों का धरना जारी है।
अपनी ज़िद्द पर दिल्ली को अपंग बनाकर बैठे किसान बदमाश बन चुके हैं। महामारी के बढ़ते खतरे और प्रभाव के बीच भी संयुक्त किसान मोर्चा लगातार साढ़े चार महीने से चल रहे धरना प्रदर्शन से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है। आलम यह है कि दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में संक्रमण बेकाबू है, लेकिन किसान नेता आंदोलन जारी रखने के रुख पर अड़े हैं।
महामारी की दूसरी लहर ने देश में हाहाकार मचा दिया है। किसी भी राज्य में स्थिति संतोषजनक नहीं है। इस सबके बावजूद किसान अपनी बेतुकी ज़िद्द पर अड़े हैं। लॉकडाउन जैसी स्थिति में भी किसान आंदोलन को जारी रखने का एलान कर चुके किसान नेता लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे लगता नहीं है कि धरना प्रदर्शन अगले कुछ महीनों में खत्म होने वाला है।
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों के वेश में बैठे बदमाश लोगों ने एक और धमकी दी है। बदमाशों के सरगना राकेश टिकैत ने यह धमकी दी है। टिकैत ने कहा कि सरकार आंदोलन को जबरन खत्म नहीं करवा सकती। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार यह न सोचे कि दबाव डालकर धरने से लोगों को घर भेज दिया जाएगा। अगर केंद्र सरकार ने जबरदस्ती की तो गांवों में किसी भी भाजपा नेता को घुसने नहीं दिया जाएगा।
लोकतंत्र का मज़ाक किसानों के रूप में बैठे गुंडों ने पहली बार नहीं बनाया है। बल्कि दिल्ली और हरियाणा में तोड़ – फोड़ करके देश को शर्मसार पहले ही कर चुके हैं।