महामारी का प्रकोप इस समय प्रदेश समेत देश में छाया हुआ है। लगातार मामलों में इज़ाफ़ा होता जा रहा है। हालत यह है कि अस्पतालों में बेड्स की कमी होने लगी है। केन्द्र सरकार डीआरडीओ के जरिए कम आबादी और कम कोरोना मामलों के बावजूद हरियाणा में 500 बेड वाले दो महामारी समर्पित अस्पताल चालू करवा रही है।
हर दिन मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए लॉकडाउन जैसी स्थिति बनी हुई है। ऐसे में लालू के बेटे तेजस्वी ने पूछा है कि क्या बिहारियों की जान इतनी सस्ती है, जो NDA को 48 MP देने के बावजूद इस महामारी में केंद्र सरकार का यह आपराधिक सौतेलापन सहें?
तेजस्वी यादव ओछी राजनीति की राह पर चल पड़े हैं। लालू यादव अपने ज़माने में यह काम कर चुके हैं। अब यादव ने केन्द्र के सौतेलेपन पर नीतीश कुमार को भी घेरा है। कहा कि इस संकट में भी बिहार की केंद्र द्वारा की जा रही अनदेखी पर CM नीतीश कुमार क्यों मुंह में दही जमाए हुए हैं? नीतीश जी, अब तो आपकी बोलने की भी हैसियत नहीं बची? कहां है बिहार के दो-दो भाजपाई उपमुख्यमंत्री?
हरियाणा में स्थिति बेकाबू हो गयी है। 6 बजे के बाद लॉकडाउन वाली स्थिति बन चुकी है। लेकिन यादव ने कहा है कि बिहार NDA के (39+9) 48 सांसद और 5 केंद्रीय मंत्री मिलकर भी बिहार के लिए DRDO से एक 500 बेड का महामारी समर्पित अस्पताल सुनिश्चित नहीं करवा सकते? धिक्कार है ऐसे डरपोक नाकारा सांसदो पर! तेजस्वी ने आगे कहा बिहार से जीतने वाले NDA सांसदों को दूसरे प्रदेशों के सांसदों से सीख लेनी चाहिए।
बिहार की सियासत को हरियाणा से जोड़ देना उचित नहीं है। स्थिति दोनों जगह चिंता की बनी हुई है। हर जगह चिता और चिंता दिखाई दे रही है। पूरे देश में महामारी अपना भयावह रूप ले चुकी है।