महामारी के बढ़ते मामलों के बीच जिले में ऑक्सीजन तथा बेड की कमी देखने को मिल रही है जिसको लेकर लोग सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की अपील कर रहे हैं वहीं कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं। कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को भ्रमित करने की भी कोशिश कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद से सामने आया है जहां कुछ असामाजिक तत्वों ने फरीदाबाद पुलिस पर ऑक्सीजन की सप्लाई को बाधित करने का आरोप लगाया है वही फरीदाबाद पुलिस ने इस आरोप का खंडन किया है तथा ऐसी सूचनाओं पर ध्यान ना देने की बात कही है।
दरअसल बीते दिन ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर काफी गहमागहमी बनी रही। लोग ऑक्सीजन की सप्लाई न होने को लेकर प्रशासन को कसूरवार ठहराने लगे और जिले की पुलिस पर बाधा डालने का आरोप लगाने लगे। कुछ असामाजिक तत्वों ने ट्विटर के माध्यम से पुलिस पर आरोप लगाया कि पुलिस ऑक्सीजन सप्लाई होने नहीं दे रही है और ऑक्सीजन की गाड़ियों को जानबूझकर रोक रही है।
इस ट्वीट में फरीदाबाद पुलिस पर आरोप लगाए गए हैं कि फरीदाबाद पुलिस ने दिल्ली और द्वारका जाने वाली ऑक्सीजन टैंकर्स को जानबूझकर रोका है और मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ के नियमों का उल्लंघन किया है। इस ट्वीट को कई लोगों के द्वारा रिट्वीट किया गया है।
फरीदाबाद पुलिस ने इसका खंडन करते हुए बताया कि यह ट्वीट सरासर झूठा और गैर जिम्मेदाराना है। इसे फरीदाबाद पुलिस की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। फरीदाबाद पुलिस ने अपने टि्वटर हैंडल के माध्यम से ऐसी अफवाह फैलाने वालों पर उचित कार्यवाही करने की चेतावनी दी है।
पुलिस ने ऐसे झूठे भ्रामक और दुर्भावना से प्रेरित ट्वीट करने वालों पर डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है तथा मामले की गहनता से जांच कर दोषियों को जल्द से जल्द सजा देने की बात कही है।