चंडीगढ़, 24 अप्रैल: इंडियन नेशनल लोकदल के शीर्ष नेतृत्व के निर्देशानुसार शनिवार को इनेलो के सभी जिलाध्यक्षों ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अपने-अपने क्षेत्रों की अनाजमंडियों का दौरा कर निरीक्षण किया।
अनाजमंडी में किसानों व आढ़तियों से मिलकर वहां उनको आ रही समस्याओं के संदर्भ में जाना व मंडियों में व्याप्त समस्याओं के संदर्भ में जानकारी जुटाई। उनसे बातचीत के बाद पाया कि राज्य सरकार की ओर से मंडी में गेहूं की खरीद, उठान आदि के संदर्भ में किए गए दावे पूरी तरह से फेल हैं और स्थिति संतोषजनक नहीं है।
इस पर आढ़तियों व किसानों ने इनेलो नेताओं को बताया कि जहां एक ओर उन्हें बारदाने के संकट से जूझना पड़ रहा है वहीं दूसरी ओर गेहूं का उठान कार्य भी धीमी गति से हो रहा है जिससे मंडी के अंदर आने-जाने में भी विकट समस्या खड़ी हो गई है। किसानों से बात करने पर पता चला कि खरीद एजेंसी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के पास मोइश्चर मीटर कैलीब्रेटिड नहीं है।
इस संदर्भ में जब सचिव मार्केट कमेटी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उनके पास माइश्चर मीटर ही नहीं है जिस कारण से किसानों को गेहूं की नमी नापने में बड़ी दिक्कत आ रही है।
इनेलो नेताओं ने कहा कि कई जिलों की मंडियों में तिरपालों एवं शेडों की भारी कमी देखने को मिली, वहां मौसम खराब होने से अचानक आई बारिश के कारण गेहूं भीग गया जिससे भारी नुकसान हुआ।
राज्य सरकार की ओर से मंडियों में किसानों की मदद के लिए तैयार किया गया ‘रेडी टू लिफ्ट’ पोर्टल पूरी तरह से मृतशैय्या पर है, ऐसे में किसानों की फसलों का उठान नहीं हो रहा। यदि किसानों की फसल का ही उठान नहीं होगा तो उनके खातों में सरकार की ओर से दी जाने वाली राशि का वायदा भी पूरी तरह से फेल साबित होगा।
सरकार इस दिशा में निष्क्रिय बनी हुई है और इसका खमियाजा किसानों और आढ़तियों को भुगतना पड़ रहा है। कुल मिलाकर निष्कर्ष यह निकला कि राज्य सरकार अपने सभी वायदों के प्रति पूरी तरह से असफल साबित हुई है और किसानों व आढ़तियों को आ रही समस्याओं के लिए सरकार ही दोषी है।
किसानों व आढ़तियों की समस्याओं के समाधान के लिए मार्केट कमेटी सचिव के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया। इनेलो पूरी तरह से किसानों की पक्षधर है और इसके हितों के लिए वह कोई भी कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटेगी।