जहां हर तरफ इस महामारी के कारण त्राहि-त्राहि मची हुई है। वही लोग लोगों के दिमाग और जहन में इस महामारी का डर बैठ गया है । आधे लोग तो इस महामारी के कारण टेंशन अपनी तबीयत और खराब कर रहे हैं। जहां एक तरफ तो इस महामारी की संख्या बढ़ती ही जा रही हैं।
वहीं दूसरी तरफ लोगों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी की भी बात है ,माना जा रहा है कि इस महामारी के कारण लाखों लोग अपनी जिंदगी से हाथ धो रहे हैं। ग्रीन फील्ड कॉलोनी के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान वीरेंद्र का पूरा परिवार ही इस महामारी से संक्रमित था।
उन्होंने कभी भी मन में इस महामारी का डर पैदा होने नहीं दिया। पूरा परिवार इस महामारी से लड़ रहा था। वह कोई और परिवार रही बल्कि ग्रीन फील्ड कॉलोनी रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान का ही परिवार था । 11 अप्रैल 2021 को उनका बेटा दिल्ली में अपने मामा के घर से जब लौटे तो उनकी तबीयत बहुत बिगड़ गई।
धीरे धीरे उनके पूरे परिवार की तबीयत बिगड़ने लगी। सबसे पहले वीरेंद्र भड़ाना की तबीयत बिगड़ी फिर, उनसे सकामित होकर उनकी मां प्रेमवती, फिर किरण भड़ाना फिर धीरे धीरे कर कर परिवार का हर सदस्य पॉजिटिव हो गया।कुछ दिनों बाद उन्होंने अपना टेस्ट कराया तो उनका पूरा परिवार पॉजिटिव निकला।
सबसे पहले उनकी मां प्रेमवती उम्र 75, फिर उनकी धर्मपत्नी किरण भड़ाना, फिर उनका बड़ा बेटा विवेक, छोटा बेटा सुमित अंकुर फिर उनके पोता पोती। जिनकी उम्र सिर्फ 8 साल व दूसरे की 5 साल और एक छोटा 2 साल और यहां तक की सबसे छोटा पोता ढाई साल और उनके दादा सारे पॉजिटिव निकल गए ।
तब भी उनके पूरे परिवार ने हार नहीं मानी सारे अपने अपने कमरों में होम क्वॉरेंटाइन हो गए 15 दिन लगातार उन्होंने गर्म चीजों का सेवन किया, काड़ा पिया, अपनी दवाइयां समय पर ली ,सब्जी खाई, हरी सब्जियों का सबसे ज्यादा सेवन किया। एक दूसरे को खुश रखा अपने शरीर पर उस महामारी की टेंशन आने नहीं दी। वह इस महामारी को हंसते खेलते हुए सारे लड़ रहे थे।
जब 15 दिन बाद उन सब ने वापस से अपना टेस्ट कराया तो सब की रिपोर्ट नेगेटिव आई। इससे यह पता चलता है कि आप इस महामारी को परेशानी में ना लें इसकी टेंशन ना लें। जितना ज्यादा हो सके खुश रहिए ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां खाई है , काढ़ा पीजिए । अपने आप को रखिए स्वस्थ रखें और इस महामारी से लड़े।
अपने शरीर को इतना ताकतवर बनाइए कि कोई भी बीमारी आपसे ना जीते आप बीमारी से जीते। इस परिवार ने आगे आने वाले 100 परिवार को यह बताया है कि साथ में लड़ने से एकजुट रहने से, स्वस्थ रहने से आप किसी भी बीमारी से लड़ सकते हैं। इतनी बड़ी खुशखबरी एक परिवार के 8 लोग ठीक होने की खुशखबरी बहुत मायने रखती है।