दिल्ली के शमशानों में लाशें जलाने के लिए कम पड़ी लकड़ियां, पूर्ति करने का जरिया बना हरियाणा

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भारत को राजधानी यानी की दिल्ली इन दिनों संक्रमण और संक्रमितों से अटी हुई है।अस्पताल में इलाज का अभाव ऐसे मरीजों को हरियाणा की तरफ रुख करने पर मजबूर कर रहा है।

जानकारी के मुताबिक अब तक दिल्ली में 15,772 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। वहीं, बृहस्पतिवार को भी सबसे ज्यादा 395 मौतें 1 दिन में रिकॉर्ड की गईं हैं।

दिल्ली के शमशानों में लाशें जलाने के लिए कम पड़ी लकड़ियां, पूर्ति करने का जरिया बना हरियाणा

वहीं लगातार बढ़ती मरने वालों की संख्या को देखते हुए दिल्ली की नगर निगमों ने श्मशान घाटों में दाह संस्कार को लेकर भी अलग-अलग प्रबंध किए जा रहे हैं। इसके अलावा श्मशान घाटों में लगातार बढ़ रहे शवों की संख्या के चलते ईंधन की भी समस्या पैदा हो गई है।

एसडीएमसी की मेयर अनामिका ने बताया कि दिल्ली में कोरोना संक्रमण के कारण बढ़ती मौतों के मद्देनज़र साउथ निगम अपने सभी श्मशान घाटों अतिरिक्त प्रबंध कर रहा है. साउथ निगम के श्मशान घाटों पर कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए पर्याप्त मात्रा में लकड़ियां उपलब्ध है।

दिल्ली के शमशानों में लाशें जलाने के लिए कम पड़ी लकड़ियां, पूर्ति करने का जरिया बना हरियाणा

उन्होंने बताया कि हमारे पास 10,000 क्विंटल से अधिक लकड़ियों का स्टॉक उपलब्ध है. हरियाणा के वन विभाग से लगभग 3,500 क्विंटल प्राप्त की गई है और दिल्ली के अन्य स्थानों से भी लकड़ियां मंगाई जा रही है।

दिल्ली में माहमारी संक्रमण के कारण मौतों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बुधवार को सबसे अधिक साउथ निगम के श्मशान घाटों पर 329 मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया हैं। श्मशान घाटों पर लगातार शव आ रहे हैं जिसके लिए निगम नेअतिरिक्त व्यवस्था कर रहा है।

दिल्ली के शमशानों में लाशें जलाने के लिए कम पड़ी लकड़ियां, पूर्ति करने का जरिया बना हरियाणा

कल बृहस्पतिवार को 24,235 पॉजिटिव मामले रिकॉर्ड किए गए थे जबकि रिकवर्ड करने वालों का आंकड़ा पॉजिटिव मामलों से ज्यादा 25,615 रिकॉर्ड किया गया था। बृहस्पतिवार का पॉजिटिविटी रेट 32.82 फीसदी रिकॉर्ड किया गया था।