महामारी दिन प्रतिदिन अपने चरम पर है। लेकिन उसके बावजूद भी गंभीर मरीजों की जो हालत है वह धीरे-धीरे ठीक होती हुई नजर आ रही है। अगर हम आंकड़ों की बात करें तो कल के मुकाबले आज गंभीर मरीजों जो ठीक हुए हैं उनकी संख्या में इजाफा हुआ है।
वहीं अगर हम पॉजिटिव मरीजों की संख्या की बात करें तो उस संख्या में भी ज्यादा इजाफा देखने को नहीं मिला है। लेकिन रिकवरी रेट की बात करें तो उसमें किसी प्रकार का कोई भी फेरबदल नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार रविवार को जिले में 1755 पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं।
वहीं अगर हम गंभीर मरीजों की बात करें तो वह भी ज्यादा संख्या में ठीक हो रहे हैं। जैसे कि जिले में पिछले कुछ दिनों से मरीजों को या फिर यूं कहे गंभीर मरीजों को बेड और ऑक्सीजन की सुविधा नहीं मिलने की वजह से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
लेकिन अब ऐसा नहीं है। जिले में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए शनिवार दोपहर ओडिशा से तीन टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन मंगाई गई है। जिससे जिले में ऑक्सीजन की कमी को पूरा किया गया है और इसी वजह से गंभीर मरीजों की हालत में सुधार देखने को मिला है।
इसके अलावा गंभीर मरीजों को जिस दवाई की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। वह भी जिले में आसानी से उपलब्ध हो रही है। स्वास्थ्य विभाग इस और सतर्क हो चुका है कि कोई भी व्यक्ति दवाई और ऑक्सीजन की कालाबाजारी ना करें। इसको लेकर पुलिस प्रशासन को भी सख्त आदेश दिए गए हैं।
इसी के चलते ऑक्सीजन कंपनी के बहार पुलिस की तैनाती या फिर यूं कहें मौजूदगी देखी जा सकती है। अगर हम आंकड़ों की बात करें तो रविवार को 1755 पॉजिटिव मरीज पाए गए। वहीं 954 मरीज ठीक होकर अपने घर को वापस चले गए।
इसके अलावा अगर हम पिछले 24 घंटे में हुई मृत्यु की बात करें तो 7 मरीजों ने महामारी के चलते अपनी जान को गवाया है। लेकिन रिकवरी रेट में किसी प्रकार की कोई भी बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली है।