कई बार ऐसा हुआ है कि हम घर पर काम कर रहे होते हैं। लेकिन उसी दौरान मोबाइल पर कुछ ऐसे एसएमएस या फिर यूं कहें व्हाट्सएप आ जाते हैं जिसे देख कर हम भी दंग रह जाते हैं कि हमने तो यह कार्य किया ही नहीं था और उसकी बधाई हमारे फोन पर कैसे आने लगी।
ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद में देखने को मिला है। जहां पर एक व्यक्ति अपने घर पर काम कर रहा था। लेकिन उसके मोबाइल पर एक एसएमएस आया। जिसमें उसमें लिखा हुआ था कि आपको वैक्सीन की दूसरी डोज़ लग चुकी है।
जिसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई हो। लेकिन उस व्यक्ति ने अभी तक दूसरी डोज़ लगवाई ही नहीं है और उसके मोबाइल पर मैसेज के जरिए उसको बधाई दी जा रही है।
पार्क ग्रैंडुएरा सोसाइटी में रहने वाले विनोद गुप्ता ने बताया कि उन्होंने 18 मार्च को बीके अस्पताल में वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। उसके बाद से वह कभी भी बीके अस्पताल नहीं गए। उन्होंने बताया कि उनका दूसरी डोर लगवाने का समय भी आ चुका है।
लेकिन अभी तक उन्होंने दूसरी डोज़ नहीं लगवाई है। क्योंकि हमारे दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इसीलिए वह कुछ समय के बाद दूसरी डोज लगवाने के लिए अस्पताल में जाते। लेकिन सोमवार को करीब 4:30 बजे जब वह अपने घर पर काम कर रहे थे। तो उनके पास एक मोबाइल पर s.m.s. आया। जिसमें लिखा हुआ था कि आपको वैक्सीन की दूसरी डोज़ लग चुकी है । उसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई हो।
विनोद गुप्ता ने बताया कि उनके द्वारा अभी तक दूसरी डोस लगवाई ही नहीं है। लेकिन उनके नंबर और उनके नाम पर किसने रोक लगाई है। इस बारे में उनको कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने बताया जब उन्होंने सर्टिफिकेट खोलकर देखा तो उसमें अंजू स्टाफ नर्स के द्वारा वैक्सीन लगाई गई है यह लिखा हुआ है और कहा गया है कि बीके अस्पताल की में आपने दूसरी डोस लगवाई है।
जिसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई हो। उनका यह कहना है कि अगर यह मैसेज सही है। तो आने वाले समय में वह दूसरी डोज़ कैसे लगाएंगे। क्या उनको दूसरी डोज़ लगेगी या नहीं। इस बारे में हमको कोई जानकारी नहीं है।