महामारी के बढ़ते मामलों के बीच जिले के अस्पतालों में संसाधनों की कमी देखने को मिल रही है वहीं बीते रविवार को जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने बीके अस्पताल का दौरा किया तथा व्यवस्थाओं को बेहतर करने के निर्देश दिए।
दरअसल, जिला उपायुक्त ने रविवार देर शाम बीके सिविल अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने आइसोलेशन वार्ड और वेंटिलेटर की व्यवस्था देखी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. रणदीप सिंह पूनिया और प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सविता यादव से अस्पताल में बेहतर व्यवस्था करने के लिए कहा। उन्होंने अस्पताल परिसर में बन रहे आक्सीजन प्लांट का काम भी जल्द से जल्द खत्म कर लोगों की परेशानी कम करने के निर्देश दिए।
जिला प्रशासन के सामने इस समय लोगों को आक्सीजन आपूर्ति कराना चुनौती बन गया है। मौजूदा समय में जिले में छह जगहों से ऑक्सीजन मिल रही है।
जिला उपायुक्त ने बताया कि इसमें से चार जगह पर मेडिकल व्यवस्था को बनाने के लिए अस्पतालों एवं क्लीनिक को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। लोगों से अपील की कि उन्हें प्लांट के बाहर लाइन लगाने की आवश्यकता नहीं है। इससे कोरोना संक्रमण फैलेगा। प्रशासन ने गूगल प्लेटफार्म तैयार किया है। इस जाकर लोग ऑक्सीजन के लिए आवेदन करें।
उन्होंने बताया की सिविल अस्पताल में 100 बेड है उनको हम गरीब लोगों जो निजी अस्पतालों मे इलाज नहीं करा सकते हैं उनके लिए ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड बनाया गया है।
अगर कोई मरीज गंभी हालात मे है तो हम निजी अस्पतालों को भी रेफर कर अटैच करने की कोशिश कर रहे है, ज्यादा पैनिक होने की जरूरत नहीं है, सिविल अस्पताल के ऑक्सीजन प्लांट को भी अगले 3 से 4 दिन मे शुरू करने की बात कही।
शहर मे जिन 6 जगहों से ऑक्सीजन दी जा रही थी अब उनमे से 4 जगहों से अस्पतालों को और क्लिनिक को देंगे ताकि लोगो को सही तरीके से इलाज मिल सके 2 जगहों से हम निजी लोगों को ऑक्सीजन देंगे जो अपने सिलिंडर लेकर आते है।
हमने गूगल स्प्रेड शीट बनाई है जो भी व्यक्ति ऑक्सीजन चाहता है वो शीट को घर से भर सकता है उस व्यक्ति को निश्चित समय और स्थान पर बुलाकर बिना लाइन मे लगे और समय खराब न हो उसको दी जाएगी।।