दृढ़ इच्छाशक्ति की मिसाल : 78 साल के पति और 74 साल की पत्नी ने महामारी को, ऐसे दी मात

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    महामारी अपना प्रसार लगातार तेज़ी से कर रही है। हर तरफ भय का माहौल है। लगातार मामलों में इज़ाफ़ा हो रहा है। हर परिवार में कोई न कोई पॉजिटिव हो रहा है। ऐसे ही हरियाणा के टोहाना के एक परिवार में एक-एक कर 9 लोग संक्रमित हो गए। व्यापारी विनोद सिंगला के परिवार में 15 अप्रैल को उनका बेटा व भांजा कोरोना पॉजिटिव हुए। 19 अप्रैल को उनके पिता अमरनाथ (78 वर्ष) व माता शकुंतला देवी (74 वर्ष) संक्रमित हो गईं।

    बुज़ुर्गों को महामारी अपनी चपेट में अधिक ले रही है। हर तरफ माहौल काफी चिंताजनक है। ऐसे ही जब इस घर के दो बुजुर्ग के संक्रमित होने पर परिवार की चिंता अधिक बढ़ गई। उन्हें 26 अप्रैल को अस्पताल के हेल्थ सेंटर में भर्ती कराया।

    दृढ़ इच्छाशक्ति की मिसाल : 78 साल के पति और 74 साल की पत्नी ने महामारी को, ऐसे दी मात

    वैक्सीन के प्रति अभी भी कई लोगों में डर है। वैक्सीन से लोग परहेज कर रहे हैं। इस मामले में चूंकि दोनों को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी थी, इसलिए सिर्फ 6 दिन में एक मई को महामारी से जंग जीतकर अस्पताल से सकुशल घर लौट आए। सिंगला ने बताया कि इस दौरान वह संक्रमण से बचे रहे, क्योंकि उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी थी।

    दृढ़ इच्छाशक्ति की मिसाल : 78 साल के पति और 74 साल की पत्नी ने महामारी को, ऐसे दी मात

    वैक्सीन की डोज़ और दृढ़ इच्छाशक्ति की मदद से दोनों बुज़ुर्ग दंपति सकुशल घर लौट गए। परिवार के सदस्य ने बताया कि एक साथ पूरे परिवार का पॉजिटिव होना बड़ा चिंताजनक था। घर के अन्य सदस्य होम आइसोलेशन में देसी नुस्खे अपनाए। अब सभी संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। इससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। भारतीय वैक्सीन संजीवनी साबित हुई है। बुजुर्ग दंपती ने वैक्सीन की एक डोज ले रखी थी, इसलिए उन्हें अधिक संक्रमण नहीं हुआ।

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    महामारी की दूसरी लहर इस समय अपना कहर दिखा रही है। हर जिले में इस समय स्थिति गंभीर बनी हुई है। इस समय हरियाणा समेत देश के सभी राज्यों में महामारी ने अपनी पकड़ काफी मजबूत बना ली है।