जिले में महामारी को रोकने के लिए जल्द शुरू होगी 112 की इमरजेंसी सर्विस

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महामारी का दौर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस अपनी ओर से हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं कि इस महामारी को किसी ना किसी रूप में रोका जा सके। लेकिन इस महामारी के चलते कई मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

उन्हीं मरीजों की देखरेख के लिए जल्द ही जिले में 112 की इमरजेंसी सर्विस को शुरू किया जा रहा है। अगर हम हरियाणा की बात करें तो पूरे हरियाणा में 600 के करीब 112 इमरजेंसी सर्विस शुरू करने के लिए गाड़ियां चलाई जाएंगी। जिसमें से फरीदाबाद जिले को 10 गाड़ियां दी जाएंगी।

जिले में महामारी को रोकने के लिए जल्द शुरू होगी 112 की इमरजेंसी सर्विस

जोकि 112 इमरजेंसी सर्विस की होंगी। सूत्रों के अनुसार 112 सर्विस के लिए जिले से कई पुलिसकर्मी ट्रेनिंग के लिए मधुबन गए हुए हैं। आने वाले 10 से 15 दिनों में 10 गाड़ियां जिले में 112 सर्विस के नाम से चलाई जाएंगी। जो की महामारी को लेकर कार्य करेंगे।

महामारी के दौरान अगर किसी व्यक्ति को किसी प्रकार की कोई भी सहायता चाहिए तो वह 112 नंबर पर कॉल करके सहायता मांग सकता है। इसका मुख्य सेंटर होगा पंचकूला में होगा और वहीं पर हर जिले का अलग-अलग सेंटर बनाया जाएगा। कॉल करते ही सबसे पहले पंचकूला के मुख्य सेंटर पर आदेश जाएगा।

जिले में महामारी को रोकने के लिए जल्द शुरू होगी 112 की इमरजेंसी सर्विस

उसके बाद वह फरीदाबाद जिले या फिर यूं कहें जिस जिले की सूचना आएगी उस जिले को ट्रांसफर करके वहां की पुलिस को सूचित किया जाएगा। जिसके बाद पुलिस लोगों की मदद के लिए निकलेगी। क्योंकि फिलहाल यह गाड़ियां महामारी कि मरीजों को मदद करने के लिए लगाई जा रही है।

इसीलिए इसमें पुलिसकर्मी की सुरक्षा का पूरा इंतजाम किया गया है। पुलिसकर्मी मास्क के साथ-साथ ग्लव्स का भी सेवन करेगा। इसके अलावा समय-समय पर अपने आप को सेनेटीज़ भी करते रहेंगे। ताकि वह महामारी की चपेट में ना आ सके। इसके अलावा अगली और पिछली सीट के बीच में एक पारदर्शी विभाजन रखा गया है।

जिले में महामारी को रोकने के लिए जल्द शुरू होगी 112 की इमरजेंसी सर्विस

जिससे कि अगर कोई महामारी की चपेट वाला मरीज गाड़ी में बैठता है। तो उसे पुलिसकर्मी को किसी प्रकार का कोई नुकसान ना हो। इसका भी खास ध्यान रखा गया है। यह 112 वाहन केवल परिवहन सेवा है। अगर कोई गंभीर मरीज है तो वह इस वाहन का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। क्योंकि उस मरीज को एंबुलेंस की आवश्यकता ज्यादा होती है।