महामारी के बढ़ते मामलों के बीच खाद्य पदार्थों की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। दुकानदार लोगों को अधिक दाम में चीजों को बेच रहे हैं वहीं अब कालाबाजारी को लेकर प्रशासन सख्त है और उचित कदम उठा रहा है। खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारी रोज औचक निरीक्षण कर बिक्री के जा रहे सामान की जांच करेंगे एक रिपोर्ट दैनिक रूप से भेजेंगे। विभाग ने अपने पांच अधिकारी को निरीक्षण करने के आदेश जारी किए हैं।
दरअसल, एसडीएम बल्लभगढ़ ने मंगलवार की देर शाम बाजार का दौरा कर दुकानदारों को हिदायत दी कि वह अपनी दुकानों के बाहर खाद्य सामान बिक्री की कीमत लिखें। इतना ही नहीं दुकानदारों से सख्ती से कहा कि अगर रेट से अधिक पैसे लेने की शिकायत मिलती है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आदेशों का असर बुधवार को बाजार में किराना स्टोर पर पूरी तरह दिखाई दिया। जहां थोक व रिटेल के व्यापारियों ने अपनी दुकानों के बाहर रेट लिस्ट लगा दी हैं।
लॉकडाउन के दौरान कुछ दुकानदारों ने खाद्य पदार्थों के दामों में बहुत अधिक बढ़ोतरी दिखाकर लोगों की मजबूरी का फायदा उठाना शुरू कर दिया था। जिसकी जानकारी प्रशासन को हुई। प्रशासन ने ऐसे दुकानदारों पर सख्ती बरतते हुए बाजार का दौरा कर हकीकत को जाना।
जिसके बाद प्रशासन ने सख्ती करते हुए व्यापारियों को आदेश दिए कि वह अपनी दुकानों के बाहर संबंधित जरूरतों के सामान की लिस्ट लगाएंगे, अगर कोई दुकानदार ऐसा नहीं करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दुकानदारों द्वारा प्रशासन को दिए गए रेट खाद्य पदार्थ रेट (प्रति किलो)
मलका दाल 90
चना दाल 80
मूंग धुली 105
मूंग छिलका 100
अरहड दाल 90
तेल 150-160
आटा 220
चीनी 37
चावल परमल 24 से 30
निजी अस्पतालों के बाहर भी लगेंगे रेट लिस्ट
बीते दिन आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने एक मीटिंग का आयोजन किया तथा उसमें निजी अस्पताल प्रशासन को अस्पतालों के बाहर रेट लिस्ट लगाने के निर्देश जारी किए वही निजी अस्पतालों को अपना कॉल सेंटर शुरू करने के भी आदेश दिए।