जिले में महामारी का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है वहीं अब यह संक्रमण नीमका जेल तक पहुंच चुका है। नीमका जेल में कई कैदियां महामारी से संक्रमित पाए गए हैं जोकि जेल प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
दरअसल, इन दिनों महामारी का संक्रमण सभी को अपने आगोश में ले रहा है वहीं अब नीमका जेल भी इससे अछूता नहीं रहा है। बीते दिन पीयूष ग्रुप के चेयरमैन अनिल गोयल तथा एसआरएस ग्रुप के अनिल जिंदल की भी महामारी से ग्रसित होने के कारण मौत हो गई थी। पीयूष ग्रुप के चेयरमैन अनिल गोयल की भी संदिग्ध परिस्थितियों में ईएसआई अस्पताल में मौत हो गई थी। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी हालांकि उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी।
जेल में महामारी का बढ़ता संक्रमण जेल प्रशासन के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। जेल प्रशासन ने बंदियों की उनके स्वजन से मिलाई भी बंद कर दी है। इस समय केवल फोन पर ही बात कराई जा रही है। जेल के अंदर इस समय करीब 2500 बंदी है।
सभी बंदियों को मास्क तथा सैनिटाइजर दिए जा रहे हैं। बैरकों को भी सैनिटाइज किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
जेल में आरोपित को भेजने से पहले उसका महामारी का टेस्ट कराया जाता है। रिपोर्ट के नेगेटिव आने के बाद ही बंदियों को 7 दिनों तक अलग रखा जाता है ऐसा ही स्टाफ के साथ भी किया जा रहा है। बंदियों में महामारी के लक्षण दिखते ही तुरंत उनका टेस्ट कराया जाता है और ईएसआईसी मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।