पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि महामारी दिन-ब-दिन विकराल रूप धारण करती जा रही है और इस महामारी से निपटने के सरकार के सारे दावे एक-एक कर ध्वस्त होते जा रहे हैं जिस के कारण प्रदेश की परिस्थितियां बेहद खतरनाक हो गई हैं।
आक्सीजन और इंजेक्शन की कालाबाजारी सरकार में बैठे लोगों की मिलीभगत से सरेआम सरकार की नाक के नीचे हो रही है। पूरे प्रदेश की जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है। सरकार की तरफ से लॉकडाउन घोषित किया हुआ है और धारा 144 लगा रखी है लेकिन भाजपा-गठबंधन सरकार के नेता अभी भी बंगाल में अटके पड़े हैं और इस बेहद नाजुक समय में धरने एवं प्रदर्शन कर रहे हैं।
इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा-गठबंधन सरकार के शासन में आज अस्पतालों में कोई सुविधा नहीं है। अस्पतालों में न तो मरीजों के लिए बैड हैं, न ऑक्सीजन है और न ही डाक्टर्स हैं। वैक्सीन लगाने के लिए सरकार ने 18 से 45 वर्ष की आयु के लोगों के लिए तो खोल दिया है लेकिन 45 वर्ष से ऊपर के लोग, जिन्हें पहली डोज लग चुकी है वो दूसरी डोज लगवाने के लिए दर-ब-दर भटक रहे हैं। उनके लिए वैक्सीन उपलब्ध नहीं हैं।
ऐसी खबरें आ रही हैं कि प्राइवेट अस्पतालों से डाक्टर्स छोड़-छोड़ कर भाग रहे हैं जिसके कारण वहां भर्ती मरीजों की ऑक्सीजन न होने और सुविधा न मिलने से दर्दनाक मौतें हो रही हैं।
सरकार अस्पतालों मे सुविधाएं देने के नाम पर सिर्फ नौटंकी कर रही है और एक सरकारी अस्पताल से वेंटीलेटर हटाकर दूसरे अस्पताल में लगा रही है। इस महामारी ने अब ग्रामीण इलाकों को भी जकड़ लिया है जहां संक्रमित मरीजों की तादाद दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, साथ ही मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है।
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकार अभी भी समय रहते स्वास्थ्य सुविधाओं पर गंभीरता से ध्यान दे और प्रदेश की जनता जिसने उन्हें चुनकर सत्ता में बैठाया है उनको संक्रमण से बचाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करे।