शुक्रवार को हरियाणा के गृह मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने ट्वीट करते हुए ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सुरक्षा बलों को सौंपे जाने की मांग की हैं।
उनके कहने का तात्पर्य है कि, ‘ऑक्सीजन प्लांट की सुरक्षा और सुचारू संचालन के लिए सभी ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों का नियंत्रण और प्रबंधन सैन्य या अर्धसैनिक बलों को सौंप दिया जाना चाहिए।”
इसके अलावा जानकारी देते हुए विज ने बताया कि राज्य सरकार विभिन्न सरकारी अस्पतालों में 60 ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्र स्थापित करने के लिए काम कर रही है।
अनिल विज के इस निर्णय के पीछे का उद्देश्य यह है कि आए दिन प्लांटों में रोज दिक्कतें आ रही हैं। एक प्लांट भी रूक जाता है तो क्षेत्र के सारे लोगों की सांसे रूक जाती हैं।”
गौरतलब, देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने विनाशकारी प्रभाव डाला है। इस दौरान मेडिकल ऑक्सीजन की मांग अचानक बढ़ गई। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने दिल्ली और हरियाणा में पांच मेडिकल ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने की बात कही है।
यह पहल देश भर में 500 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए पीएम-केयर से आवंटित धन का हिस्सा है।
दिन प्रतिदिन बढ़ता संक्रमित मरीजों का आंकड़ा जी का जंजाल बनता जा रहा है। ऐसे में अस्पतालों की हालत बद से बदतर हो चुकी है, और मरीजों का हाल बेहाल होता हुआ दिखाई दे रहा है। ऑक्सीजन की कमी होने के चलते लोगों की सांसें और दम घुट रही हैं।
लोग ऑक्सीजन के अभाव में तड़प तड़प कर दम तोड़ रहे हैं। ऐसे में जरूरत है कि सावधानी बरती जाए और इसी कड़ी में आए दिन नेताओं से लेकर मंत्रियों द्वारा नए नए परिवर्तन करके लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ एक नया परिवर्तन करके संक्रमण लड़ने का प्रयास किया जा रहा है।